शशांक मिश्रा/सिवनी मालवा। वनमंत्री गौरीशंकर शेजवार के भांजे एवं तहसीलदार बीके मंदौरिया पर सागौन माफिया से मिलीभगत का आरोप प्रकाश में आया है। शिकायतकर्ता चंद्रशेखर बाथव ने इस मामले में अनिश्चितकालीन अनशन का ऐलान किया है। उनका कहना है कि आरोपी वनमंत्री का भांजा है इसलिए प्रमाणित शिकायत के बावजूद ना तो कार्रवाई की गई और ना ही मेरी शिकायत खारिज करके मुझे वापस लौटाई जा रही है।
याद दिला दें कि श्री गौरीशंकर शेजवार वही मंत्री हैं जो 15 अगस्त की सलामी लेने के लिए थोड़ी देर सावधान मुद्रा में खड़े नहीं रह पाए थे। बेहोश होकर गिर गए थे। डॉक्टरों का कहना है कि अब वो इतने स्वस्थ नहीं रह गए हैं कि 10 घंटे काम कर सकें।
वर्ष 2013/2014 में अवैध दस्तावेजों पर सागौन कटाई करवाने वाले तहसीलदार बीके मंदोरिया के खिलाफ लगातार शिकायत करने के बाद भी तीन वर्ष बीतने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से नाराज शिकायतकर्ता चन्द्रशेखर बाथव ने एसडीएम के नाम का ज्ञापन तहसीलदार राजेंन्द्र पंवार को सौंप कार्यवाही नहीं होने तक अनिश्चित काल के लिए धरने पर बैठने की अनुमति की मांग की है।
शिकायतकर्ता शेखर बाथव एंव उनके साथियों ने बताया कि मेरे द्वारा उच्च अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर कई शिकायत करने के बाद भी आज तक जांच के नाम पर केवल लीपापोती की जा रही है। जिससे परेशान होकर में बुधवार से अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठ रहा हूँ। मेरी मांग है कि शासन ने जांच के आदेश दिए थे तो उस जांच में एसडीएम के द्वारा क्या रिर्पोट तैयार की गई उसकी सत्यापित कापी प्रदान की जाए। दोषी है तो तुंरंत कार्यवाही की जाए और यदि जांच में दोषी नहीं पाए गए है तो मेरे द्वारा ली गई जानकारीयों में जो कमियां पाई गई है उसका जबाब दिया जाए।
कलेक्टर कार्यालय से भी सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई थी पर प्रशासनिक अधिकारियो की हठधर्मिता के चलते जानकारी देना तो दूर सूचना के अधिकार के आवेदन का जवाब देना भी उचित नहीं समझा जो की सूचना के अधिकार अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन है एवं आज दिनांक तक कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।