अमित शर्मा/लाड़कुई। ग्राम लाड़कुई से 12 किलो मीटर दूर नादान घाट पर इन दिनों शाम ढ़लते ही पत्थर बरसने लगते हैं। यह घटनाक्रम करीब एक सप्ताह पहले से शुरू हुआ है। इसमें कई लोग घायल हो चुके हैं परंतु अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह पत्थर आते कहां से हैं और इन्हे फैंकता कौन है।
सीहोर से लाड़कुई मार्ग पर शाम के 07 बजे के बाद घाट पर रुक रुककर पथराव होने लगता है। कई दोपहिया और चार पहिया वाहन इस पथराव के शिकार हो चुके हैं। शाम के समय आने वाली बसों पर भी पथराव की जानकारी प्राप्त हुई है। इससे गांव के लोगों में दहशत व्याप्त है।
इस सूचना पर लाड़कुई चौकी प्रभारी संजीव श्रीवास्तव ने भी घाट पर पहुंचकर सर्च आॅपरेशन चलाया परंतु कुछ पता नहीं चल पाया। पांच किलो मीटर के घाट में कई मौड़ होने के कारण यह सर्च आॅपरेशन की सफलता मुश्किल हो गई है।