भोपाल। व्यापमं के घोटालेबाजों को बचाने के लिए सरकार और शासन में बैठा एक वर्ग खुलकर खेल रहा है। नियमों को तोड़ा भी जा रहा है और कानून की कमजोरियों का फायदा भी उठाया जा रहा है। व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय ने केन्द्रिय मंत्री विक्रम वर्मा की शिकायत की तो उनका तबादला विक्रम वर्मा के इलाके धार में ही कर दिया गया। पत्नी डॉ. गौरी राय को पहले उज्जैन भेजा था। वो हाईकोर्ट गईं तो उनका तबादला भी धार कर दिया गया। अर्थ यह कि जिस नेता की शिकायत की, व्हिसल ब्लोअर को उसी के इलाके में नौकरी करनी होगी।
इससे पूर्व पति को धार और पत्नी को उज्जैन तबादला किए जाने के विरोध में डॉक्टर दंपत्ति ने हाईकोर्ट में एक याचिका भी लगाई थी। जिसमें उन शासकीय नियमों का भी हवाला दिया गया है जिसमें ऐसा कहा गया है कि पति-पत्नी को अलग-अलग जगह पदस्थ नहीं किया जा सकता। मामला चर्चा में आने के बाद हाल ही में प्रमुख सचिव गौरी सिंह ने डॉ. गौरी राय को भोपाल भी बुलवाया। जिसमें उन्होंने धार जाने में असहमति जताई थी।