महोबा। गैंगरेप वाले बयान पर मुलायम सिंह यादव को समन भेजने वाले जज से मकान खाली करने को कहा गया है। मकान मालिक ने ऐसा एक सपा नेता के दवाब में किया। सपा नेता ने धमकी दी थी कि जज को अपने घर से भगा दो नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।
जज ने इस धमकी के लिए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को जिम्मेदार मानते हुए दोनों नेताओं को 18 सितंबर को कोर्ट में पेश होने को कहा है। वहीं, जज के समर्थन में वकीलों ने मंगलवार को हड़ताल कर दी
क्या है पूरा मामला?
मुलायम सिंह यादव ने बीते हफ्ते रेप को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया। यूपी के महोबा की एक अदालत के जज अंकित गोयल ने इस मामले में मुलायम को समन भेजाकर 16 सितंबर को पेश होने कहा। मुलायम ने इस आदेश पर स्टे ले लिया। आरोप है कि सपा के युवजन सभा के जिलाध्यक्ष भागीरथ यादव ने सोमवार को गोयल के मकान मालिक सुनील अग्रवाल को फोन किया। धमकी दी कि मंगलवार तक जज से मकान खाली नहीं कराया तो अच्छा नहीं होगा। जज अंकित गोयल काफी वक्त से कारोबारी सुनील अग्रवाल के घर पर किराए के तौर पर रहते हैं। जज को जब यह बात पता चली तो उन्होंने मुलायम और भागीरथ यादव को समन भेजकर पेश होने कहा।
क्या कहना है मकान मालिक का?
सुनील अग्रवाल ने कहा कि वह चाहते हैं कि जज उनका मकान खाली कर दें। वे इस लड़ाई में नहीं पड़ना चाहते हैं। सुनील मोटरसाइकिल की एक एजेंसी के मालिक हैं।
कौन हैं जज अंकित गोयल?
1978 में जन्मे अंकित गोयल मूल रूप से मेरठ के रहने वाले हैं। गोयल ने जुडिशल सर्विस की शुरुआत 2009 में फर्रुखाबाद से की थी। वह जुलाई 2014 से महोबा के कुलपहाड़ में तैनात हैं। इससे पहले वह बरेली, गौतमबुद्ध नगर और फर्रुखाबाद में रह चुके हैं। फर्रुखाबाद में वह सबसे ज्यादा वक्त तक रहे।
क्या था मुलायम का बयान?
मुलायम सिंह यादव ने कहा था, ''रेप एक व्यक्ति करता है तो चार लोगों के खिलाफ क्यों केस दर्ज किया जाता है? एक लड़की के साथ चार लोग कभी रेप नहीं कर सकते हैं।''