भोपाल। दिग्विजय सिंह की पर्ची पर हुई अवैध नियुक्ति के मामले में भाजपा के नेता मनसुखलाल सर्राफ ने सुप्रीम कोर्ट में कैवियेट दायर कर दी है। कैवियेट इसलिए कि यदि दिग्विजय सिंह या उनकी पर्ची पर नियुक्ति पाने वाला सब इंजीनियर हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ स्टे लाने की कोशिश करे तो सुप्रीम कोर्ट इकतरफा स्टे आर्डर ना दे। सरल शब्दों में कहें तो हाईकोर्ट में चित करने के बाद मनसुखलाल ने सुप्रीम कोर्ट में भी दिग्विजय सिंह को घेर लिया है।
इस मामले में सिंह का कहना था कि अदालत ने उनका पक्ष सुने बिना ही एक तरफा फैसला सुनाया है। सूत्र बताते हैं कि हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ दूसरा पक्ष सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में था।
इससे पहले ही सर्राफ ने कैवियेट दायर कर दी, ताकि दिग्विजय और दूसरे पक्ष की बात सुनकर ही सुप्रीम कोर्ट इस फैसले पर स्टे न दे। कैवियेट दायर होने से अब सुप्रीम कोर्ट स्टे देने से पहले सर्राफ का पक्ष भी सुनेगा। सूत्र बताते हैं कि सर्राफ को भाजपा के एक विधायक लेकर दिल्ली पहुंचे थे, जहां भाजपा के बड़े नेताओं से चर्चा के बाद कैवियेट दायर कराई गई। यहां से लौटने के बाद सर्राफ ने मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की।
चौहान ने उन्हें पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है। सर्राफ ने बताया कि वह पिछले 15 साल से यह लड़ाई लड़ रहे हैं। भाजपा में रहने के बावजूद किसी ने भी उनकी मदद नहीं की, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है। भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन से भी उनकी चर्चा हुई है।