भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हाईस्कूल और हायर सेकंडरी के मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों की सूची मूल्यांकन केंद्रों से मांगी है। इन शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा के साथ प्रस्ताव लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त को भेजा जाएगा। इस दौरान 4 हजार से ज्यादा शिक्षकों पर कार्रवाई की आशंका है।
मंडल की सख्ती के बाद इस बार हाईस्कूल और हायर सेकंडरी मूल्यांकन में लापरवाही के मामले तो कम हुए हैं, लेकिन लापरवाही की गंभीरता बढ़ गई है। पिछले सालों में 91 के स्थान पर 19, 72 के स्थान पर 27 अंक देने के मामले सामने आते थे, लेकिन इस बार 60 के स्थान पर शून्य अंक देने के मामले सामने आए हैं। जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है। मूल्यांकन विशेषज्ञ बताते हैं कि ऐसा ओव्हर लोड होने की स्थिति में होता है। संभवत: शिक्षकों से कम समय में ज्यादा काम कराया गया है। इसलिए ऐसी गलतियां हुई हैं।
उधर, मूल्यांकन के बाद संशोधन, फिर पूरक परीक्षा के चलते मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों की सूची अब तक मुख्यालय नहीं पहुंची है। सूत्र बताते हैं कि सभी मूल्यांकन केंद्रों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे एक हफ्ते में ऐसे शिक्षकों की सूची भेजें। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि पुनर्गणना में जिन शिक्षकों की गंभीर गलतियां सामने आई हैं, उनके नाम अलग से भेजें।
उल्लेखनीय है कि मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का अधिकार आयुक्त लोक शिक्षण को है। इसलिए मंडल आयुक्त को प्रस्ताव भेजता है। मंडल की दोनों परीक्षाएं मार्च माह में हुई थीं।