भोपाल। शनिवार को क्लोरीन गैस के रिसाव की वजह से हड़कंप मच गया। नर्मदा जल प्रदाय योजना के ट्रीटमेंट प्लांट में हुए इस रिसाव की वजह से बड़ी संख्या में लोगों ने आंखों में जलन, उल्टी और घबराहट की शिकायत की है। वहीं कुछ लोग भी बेहोश हो गए। भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
राजधानी के बागसेवनियां इलाके में शनिवार दोपहर को उस वक्त अफरातफरी मच गई जब नर्मदा ट्रीटमेंट प्लांट से क्लोरीन गैस का रिसाव शुरू हो गया। गैस का रिसाव होेते देख कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए बाहर की तरफ निकल गए।
थोड़ी ही देर में क्लोरीन गैस ने आसपास की बस्तियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। प्लांट के आसपास करीब एक किलोमीटर के दायरे में रिसाव की वजह से अफरातफरी मच गई। त्योहार होने की वजह से अधिकांश लोग घरों में ही मौजूद थे। एक-एक कर दर्जनों लोग क्लोरीन गैस की चपेट में आ गए। सभी को उल्टी और घबराहट होने लगी। वहीं नर्मदा प्रोजेक्ट के दो कर्मचारी बेहोश हो गए। उन्हें एम्बुलेंस की मदद से इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती किया गया।
चौंकाने वाली बात है कि इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद नर्मदा प्रोजेक्ट का एक भी जिम्मेदार अफसर मौके पर नहीं पहंचा। कई घंटे तक लोग परेशान होते रहे, लेकिन अधिकारी राखी की छुट्टी का मजा लेते रहे।