भोपाल। हरदा में डॉ. नरेंद्र त्रिपाठी ने गलत इंजेक्शन लगा दिया जिससे 12 साल की लड़की की मौत हो गई। बच्ची केवल सर्दी खांसी से पीड़ित थी, परंतु इंजेक्शन लगते ही उसकी हालत खराब हो गई। मृत बच्ची के पिता ने डॉक्टर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
हरदा के रुपिपरेटिया गांव के रहने वाले संतोष की 12 साल की बेटी दुर्गा को सर्दी-खांसी होने पर परिजन इलाज के लिए शहर के निजी डॉक्टर नरेंद्र त्रिपाठी के क्लिनिक पर लाए थे। जहां डॉक्टर त्रिपाठी ने बच्ची को इंजेक्शन और दवा दी थी।
इंजेक्श लगाने के बाद बच्ची को घबराहट होने पर दोबारा क्लीनिक पर इलाज शुरू किया गया। इलाज के दौरान ही दुर्गा की मौत हो गई। मौत से गुस्साए परिजनों ने मौके पर मौजूद डॉक्टर नरेंद्र त्रिपाठी से मारपीट की।
पिता संतोष का आरोप है कि डॉक्टर त्रिपाठी नियम विरुद्ध लोगों का इलाज करते हैं और उनकी बेटी की मौत इंजेक्शन के ओवरडोज से हुई है। दूसरी और डॉक्टर नरेंद्र त्रिपाठी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इलाज के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही से इंकार किया है।
वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मृ़त बच्ची के पिता की शिकायत पर मामले की बारीकी से जाँच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर नरेंद्र त्रिपाठी भाजपा के सक्रिय सदस्य भी हैं।