इंदौर। पाकिस्तान का एक व्यापारी यहां आकर नकली गुटखा बना रहा है। उसका गुटखा पूरे बाजार और आसपास के इलाकों में सप्लाई होता है। यहां सवाल यह है कि इस काले कारोबार की कमाई क्या पाकिस्तान जाती है ? लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वो गुटखा में क्या क्या मिलाकर बेच सकता है ?
सेंट्रल एक्साइज की प्रिवेंटिव विंग ने छापा मारकर पाकिस्तानी व्यापारी के गैरकानूनी कामकाज का खुलासा किया। खुद को छोटा व्यापारी बताने वाला असल में नकली गुटखा बनाने की फैक्टरी चला रहा था।
आयुक्त जेपी ममगाई के निर्देश पर सोमवार को अधिकारियों ने सुपारी और पान-मसाला व्यवसायी गुरुनोमल माटा के छह ठिकानों पर कार्रवाई की। प्रिवेंटिव विंग ने सियागंज स्थित माटा के हरिओम ट्रेडर्स, पालदा में तीन ठिकानों, छावनी के एक गोदाम और माणिकबाग स्थित घर की तलाशी ली। पालदा के ठिकानों पर गुटखा बनाने का मिक्सर, कच्चा माल और पैकिंग मशीन मिली। तमाम ब्रांड के गुटखा पाउच और पैकिंग मटेरियल भी बरामद हुआ। छावनी गोदाम से भारी मात्रा में तैयार पाउच और गुटखा जब्त किया गया। सेंट्रल एक्साइज के सूत्रों के मुताबिक गुरुनोमल और उनके दो बेटे संजय और संदीप माटा कारोबार को चला रहे थे। वे खुद को पान-मसाला और सुपारी का कारोबारी बताते थे, जबकि खुद का बनाया नकली गुटखा, सुपारी, पान-मसाला बाजार में सप्लाई कर रहे थे। उन्होंने फैक्टरी और मशीनों के लिए जरूरी रजिस्ट्रेशन भी नहीं करवाया था। इस तरह उन्होंने करोड़ों की ड्यूटी और टैक्स चोरी भी की है।
नागरिकता की जांच
सेंट्रल एक्साइज की कार्रवाई जारी है। इस बीच व्यापारी की नागरिकता की जांच भी की जा रही है। सूत्रों के अनुसार गुरुनोमल पाकिस्तान से आए हैं। तफ्तीश की जा रही है कि नकली गुटखे से आने वाला पैसा किस तरह खपाया जा रहा है। मामले के तार हवाला या मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़ सकते हैं। जांच के तथ्यों के आधार पर एक्साइज की टीम संबंधित विभागों को भी शामिल कर अलग-अलग प्रकरण दर्ज करवा सकती है।