भोपाल। 10वीं में दो बार फेल शुभम पंडिताई का काम भी करता है। वह यजुर्वेद का ज्ञाता है। इसी वजह से उसकी मुलाकात मप्र में पदस्थ एक एसडीओपी से हुई। शुभम ने उनके यहां यज्ञ किया। शुभम की पंडिताई से खुश होकर एसडीओपी ने उसे गिफ्ट में लेपटॉप दिया। बाद में शुभम इस लेपटॉप में कॉल गर्ल्स का डेटा रखने लगा।
पुलिस ने जब शुभम का लेपटाप खंगाला, तो उसमें काल गर्ल्स के फोटो और उनके रेट लिखे मिले। शुभम 8 से 10 हजार रुपए तक में कॉल गर्ल सप्लाई करता था।
ऐसे करता था ऑपरेट
शुभम इंदौर के एक मसाज पार्लर का कस्टमर था, जो सेक्स रैकेट से जुड़ा हुआ था। शुभम ने एक बार वहां 12 हजार रुपए मसाज कराई थी। जब उसे लगा कि इस धंधे में अधिक पैसा है, तो वो भी इसी रैकेट में शामिल हो गया। इंदौर में वह एक महिला के संपर्क में आया। इसके बाद शुभम ने एस्कार्ट वेबसाइट शुरू की। यहां से उसके संपर्क मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और मप्र की कॉल गर्ल्स से हुए।
बहनों से मिलने के बहाने मुंबई जाता था
शुभम की दोनों बहनों की शादी मुंबई में हुई है। इसी वजह से उसके मुंबई में संपर्क बढ़े। वह अपना नेटवर्क वॉट्सऐप के जरिये भी संचालित करता था। हाईप्रोफाइल कस्टमर्स के लिए वह कॉल गर्ल हवाई जहाज से भेजता था।