भोपाल। मप्र विधानसभा का मानसून सत्र पहले ही दिन सरकार की रणनीति के तहत स्थगित कर दिया गया। सत्र की औपचारिक कार्रवाई के बाद जैसे ही विपक्ष ने हंगामा शुरू किया, सनद को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। हंगामा व्यापमं मामले पर शुरू हुआ था।
मप्र में विधानसभा के पहले दिन मृत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देने की परंपरा है। इस प्रक्रिया के तहत 13 विशिष्ठ व्यक्तियों की मृत्यु पर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान पन्ना हादसे में मारे गए यात्रियों को भी श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस की मांग थी कि संदिग्ध मौत का शिकार हुए उन 48 लोगों को भी श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए जिनका कनेक्शन व्यापमं घोटाले से था। सरकार ने कांग्रेस की इस मांग को स्वीकार नहीं किया और हंगामा शुरू होते ही सदन को स्थगित कर दिया गया।
लालसिंह आर्य और उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस सदन की मर्यादा और परंपरा का पालन नहीं कर रही है। इस पर नेता प्रतिपक्ष और अजय सिंह ने कहा कि सरकार व्यापमं के नामभर से भाग रही है। उधर, कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी व्यापमं मामले में विरोध जताने काले कपड़े पहनकर पहुंचे। श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।