भोपाल। हर चौराहे पर चालान बनाती यातायात पुलिस के मुखियाओं के लिए यह शर्मनाक समाचार है। भोपाल मध्यप्रदेश का वो शहर है जहां सर्वाधिक रोड एक्सीडेंट होते हैं। यह देश का तीसरा ऐसा शहर है जहां सबसे ज्यादा मौतें रोड एक्सीडेंट में हुईं। नंबर 1 पर दिल्ली और 2 पर चैन्ने जैसे शहर हैं।
देश में हर घंटे सड़क हादसों में 16 लोग अपनी जान गंवा देते हैं। वहीं भोपाल में रोजाना औसतन तीन लोगों की मौत सड़क हादसों में हो जाती हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की वर्ष 2014 की रिपोर्ट में हुआ है।
शुक्रवार को जारी की गई रिपोर्ट में तेज गति और खतरनाक ड्राइविंग को जानलेवा सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह माना गया. बड़े शहरों में दिल्ली और चेन्नई के बाद भोपाल और जयपुर का स्थान आता है।
वर्ष 2014 में भोपाल में सड़क हादसों में 1015 लोगों को अपनी जान गंवाईं. जयपुर में 844 लोगों की मौत हुई. दिल्ली में सबसे ज्यादा 2,199 मौतें हुई, वहीं चेन्नई में यह आंकड़ा 1046 रहा।
सड़क हादसों में कुचले गए और घायल हुए लोगों की संख्या भी 2014 में सबसे अधिक रही. यह आंकड़ा क्रमशः 4.5 लाख और 4.8 लाख था।
सड़क हादसों में जान गंवाने वाले आधे लोग दोपहिया वाहन और ट्रक से जुड़े हादसों का शिकार हुए. हादसों में 13,877 दोपहिया वाहन चालकों की मौत हुई. इसी तरह की दुघर्टनाओं में 23,529 यात्रियों की मौत हुई. साथ ही 1.4 लाख लोग इन हादसों में घायल हुए।