Vyapam: डॉ. ऋचा जौहरी इश्तेहारी बदमाश घोषित

ग्वालियर। फर्जीवाड़े से प्री-पीजी करने के मामले में ग्वालियर एसआईटी को चकमा देकर फरार हुई डॉ. ऋचा जौहरी पर पुलिस ने 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए ग्वालियर पुलिस की एक टीम भी जबलपुर भेजी गई है।

एसआईटी ने ऋचा के पिता डॉ. एमएस जौहरी को डीमेट के कोषाध्यक्ष योगेश उपरीत से मिलवाने वाले ऋचा के दोस्त विजय श्रीवास्तव पर भी इनाम घोषित करने की सिफारिश एसपी से की है। ग्वालियर एसआईटी प्रभारी वीरेंद्र जैन ने बताया कि विजय श्रीवास्तव ने ऋचा के मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। पैसों का लेनदेन भी उसी के जरिये हुआ था।

नर्स के कपड़े पहनकर भागी थी ऋचा
प्री पीजी फर्जीवाड़े में एसआईटी ने डॉ.एमएस जौहरी के साथ उनकी बेटी डॉ.ऋचा को भी हिरासत में ले लिया था, लेकिन डॉ.ऋचा के एक साल के बेटे को बुखार होने का बहाना बनाकर एसआईटी से सोमवार तक की मोहलत मांगी थी। रविवार को एसआईटी ग्वालियर डॉ.ऋचा को पकड़ने जबलपुर गई थी, लेकिन वह हॉस्पिटल से नर्स के कपड़े पहनकर फरार हो गई।

उपरीत ने कहा-25 लाख लिए, जौहरी बोल रहे 30 दिए
3 जून को गिरफ्तारी के बाद योगेश उपरीत ने एसआईटी को बताया था कि ऋचा के सिलेक्शन के लिए उसने डॉ. एमएस जौहरी से 25 लाख रुपए लिए थे। उधर डॉ. जौहरी ने गिरफ्तारी के बाद उपरीत को 30 लाख रुपए देने की बात बताई थी। यह पैसे उसने विजय श्रीवास्तव के जरिये उपरीत तक पहुंचाए। एसआईटी को शक है कि इस लेनदेन में 5 लाख रुपए विजय ने भी लिए।

हॉस्पिटल का रिकॉर्ड भी खंगाला जाएगा
डॉ.एमएस जौहरी ने बताया है कि उसने बेटी का प्री-पीजी में सिलेक्शन कराने के लिए 30 लाख रुपए हॉस्पिटल के अकाउंट से निकालकर दिए थे। इसलिए एसआईटी अब उसके अस्पताल का रिकॉर्ड भी खंगालेगी।

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