जबलपुर। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) जबलपुर सेंटर के कुश्ती कोच जनार्दन सिंह को अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया गया है। साई के दिल्ली स्थित मुख्यालय ने वुशू खिलाड़ियों के साथ गत दिवस मारपीट और कथित छेड़खानी की शिकायत के बाद यह सख्त कदम उठाया है। जांच पूरी होने तक उनका क्षेत्रीय केन्द्र भोपाल ट्रांसफर कर दिया गया है।
वुशू खिलाड़ियों ने डीजी को मेल किया था
महिला वुशू खिलाड़ियों की शिकायत पर साई के महानिदेशक ने कुश्ती प्रशिक्षक जनार्दन सिंह को निलंबित किया है। ज्ञात हो विगत 4 जून को एमएलबी स्कूल स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में वुशू और कुश्ती खिलाड़ियों के बीच मारपीट का मामला सामना आया था। इसमें कुश्ती कोच जनार्दन सिंह भी कूद गए थे।
बाद में यह मामला थाने तक पहुंचा। वुशू खिलाड़ियों ने घटना के बाद साई मुख्यालय दिल्ली और मध्यक्षेत्रीय केन्द्र भोपाल को अपनी लिखित शिकायत में कुश्ती कोच द्वारा मारपीट करने व उनसे छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए थे। जिसे साई मुख्यालय ने गंभीरता से लेते हुए एक सप्ताह के भीतर उन्हें निलंबन के आदेश थमा दिए।
मध्यक्षेत्रीय केन्द्र भोपाल अटैच
जनार्दन सिंह को निलंबित करने के बाद साई के मध्यक्षेत्रीय केन्द्र भोपाल भेजने के आदेश जारी किए गए हैं। वे जांच पूरी होने तक वहां अटैच रहेंगे। साई मुख्यालय ने जबलपुर प्रशिक्षण केन्द्र और भोपाल सेंटर को कार्यवाही से अवगत करा दिया है।
साई प्रशासक से मांगी रिपोर्ट
इस बीच साई प्रशिक्षण केन्द्र जबलपुर के प्रशासक कुलदीप बरार इस मामले में कुश्ती कोच जनार्दन सिंह और वुशू कोच मनोज गुप्ता से चर्चा के बाद अपनी रिपोर्ट मध्यक्षेत्रीय केन्द्र भोपाल को भेजेंगे। मुख्यालय ने उन्हें दोनों कोच से घटना पर बातचीत कर रिपोर्ट तैयार करने कहा है, जिसे वे भोपाल को देंगे।
करीब 8 साल जबलपुर में थे
साई के कुश्ती कोच जनार्दन सिंह 2001 से 2004 और 2011 से अब तक एमएलबी स्कूल स्थित साई के कुश्ती प्रशिक्षण केन्द्र में खिलाड़ियों को कोचिंग दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवान तैयार किए। वे मूलत: उप्र से हैं।
साई प्रशासक बरार के ट्रांसफर को लेकर अटकलें
अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल कोच व साई सेंटर जबलपुर के प्रशासक कुलदीप बरार के छत्तीसगढ़ ट्रांसफर की अटकलें लगाई जाती रहीं। हालांकि उन्होंने स्वयं इस खबर से इंकार करते हुए बताया कि अभी उन्हें इस संबंध में कोई लिखित पत्र मुख्यालय से नहीं प्राप्त हुआ है।
इनका कहना है
चूंकि यह विभागीय मामला है, इसलिए मैं विभाग को सारी वस्तुस्थिति से अवगत कराऊंगा और अपना पक्ष सामने रखूंगा।
जनार्दन सिंह, कुश्ती कोच साई