नई दिल्ली। मोदी के रडार पर जो जो आया खत्म हो गया। वाघेला, केशुभाई, काशीराम राणा, हिरेन पांड्या। ये मोदी का अपना स्टाइल है। जिस सीढ़ी पर पैर रखकर चढ़ते हैं, उसे सबसे पहले तोड़ देते हैं ताकि कोई विकल्प ना बन पाए। इस बार वो आरएसएस को सीढ़ी बनाकर चढ़ रहे हैं, तो क्या अब वाघेला, केशुभाई, काशीराम राणा, हिरेन पांड्या के बाद आरएसएस की बारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज इस बात पर हैरानी जताई कि क्या अब आरएसएस उनके रडार पर है क्योंकि उन्होंने पहले ही सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे का ‘ख्याल’ रख लिया है।
कांग्रेस महासचिव ने ट्विटर पर लिखा, ‘हेडगेवार की पुण्यतिथि पर योग दिवस मनाकर क्या संघ उनके रडार पर है? आप नहीं जान सकते। मुझे आश्चर्य नहीं होगा।’ दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘उन्होंने पहले ही सुषमा जी और वसुंधरा जी का ध्यान रख लिया है। यह गुजरात मोदी डेवलपमेंट मॉडल है। मेरे रास्ते चलो या भाड़ में जाओ।’
सुषमा स्वराज पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को ब्रिटिश दस्तावेज दिलाने में मदद करने को लेकर विवादों के केंद्र में हैं, जबकि वसुंधरा राजे पर उसके आव्रजन दस्तावेज का कथित रूप से समर्थन किये जाने का आरोप है।
कांग्रेस नेता ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री अरूण जेटली को आगाह किया कि वे अगला निशाना हो सकते हैं। दिग्विजय सिंह ने गुजरात के प्रमुख बीजेपी नेताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं चकित नहीं हूं। वह ईमानदारी से उस सीढ़ी को हटाने में विश्वास रखते हैं जिस पर चढ़कर वह आगे बढ़ते हैं। वाघेला, केशुभाई, काशीराम राणा, हिरेन पांड्या।
कांग्रेस नेता दिग्विजय ने यह भी कहा कि आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का निधन 21 जून 1940 को हुआ था। मोदी अपने आप को प्रमोट करने के लिए उनकी पुण्यतिथि को योग दिवस के रूप में मना रहे हैं।