भोपाल। डीमेट में शुरुआत से ही गड़बड़ी हो रही थी। सबको पता था फिर कार्रवाई क्यों नहीं की गई क्योंकि सबको इससे फायदा हो रहा था। कोई अपने रिश्तेदारों को प्राइवेट कॉलेजों में प्रवेश दिलवा रहा था तो कोई दूसरे प्रकार के लाभ ले रहा था। डीमेट गड़बड़ी में की जा रही पूछताछ के दौरान डीमेट के कोषाध्यक्ष योगेश उपरीत ने पुलिस अफसरों के सामने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि वे तो वेतन और सुविधाएं लेते थे। उन्होंने गड़बड़ी कर कोई रुपया नहीं लिया है। बुधवार को एसआईटी ग्वालियर की टीम उपरीत को लेकर भोपाल आएगी।
यहां याद दिला दें कि उपरीत के इस खुलासे के बाद मप्र के राजनैतिक और प्रशासनिक गलियारों में सन्नाटा छाया हुआ है। उपरीत के बयानों को रिकार्ड पर नहीं लिया गया है और उनके बयानों को खारिज करने की कानूनी तकनीक खोजी जा रही है।