भोपाल। डीमेट घोटाले का खुलासा करने वाले व्यापमं के पूर्व डायरेक्टर योगेश उपरीत को अब पूछताछ के बहाने भोपाल लाया जाएगा। याद दिला दें कि ग्वालियर पुलिस के हाथों गिरफ्तारी के बाद योगेश उपरीत ने एक के बाद एक कई मामलों से पर्दा उठा दिया था। इसके बाद भोपाल से दिल्ली तक हड़कंप मच गया और ग्वालियर पुलिस पर दवाब बनाया गया कि वो इस तरह की पूछताछ ना करे एवं योगेश उपरीत के खुलासों को मीडिया में लीक होने से रोके।
इसके बाद तय किया गया कि योगेश उपरीत को ग्वालियर पुलिस की कस्टडी से बाहर निकालकर किसी तरह भोपाल लाया जाए ताकि योगेश उपरीत के बयानों को मैनेज किया जा सके। अब उसका सरकारी तोड़ निकाल लिया गया है।
भोपाल के आला अधिकारियों ने पहले ग्वालियर पुलिस से पूरी रिपोर्ट मंगवाई और इस आधार पर निर्णय सुनाया कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज कांड में योगेश उपरीत से भोपाल में पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ग्वालियर से इस मामले में कोई नया खुलासा नहीं हुआ। आधिकारिक रूप से कहा जा रहा है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज संचालकों के खिलाफ यदि सबूत मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन याद दिला दें कि इस मामले में मीडिया ट्रायल के दौरान आरोपित कॉलेजों में चिरायू और पीपुल्स जैसे दिग्गज नाम भी शामिल हैं।
मिसेज मिनिस्टर और ऐसे कई मामलों के बाद एसआईटी संदेह के घेरे में है, आरोप है कि वो विशिष्ठि व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई में काफी देर लगाती है। अक्सर मामलों के ठंडे हो जाने का इंतजार करती है। देखते हैं भोपाल में क्या क्या मैनेज किया जाता है।