भोपाल। बस दुर्घटना का शिकार महज 18 साल के एक युवक का सिर फटा हुआ था। मांं ने उसके सिर को कपड़े से बांध रखा था। घायल, उसकी मां और तमाम भीड़ थाने में जुटी थी परंतु थाने में मौजूद पुलिस कर्मचारी सबको इंतजार करने का आदेश देकर चाय पीने चला गया। वो तो समय रहते मीडिया पहुंच गई और दवाब में कार्रवाई शुरू हो गई नहीं तो थाने के बाहर तड़पते बालक की मौत सुनिश्चित थी।
कोहेफिजा थाना क्षेत्र में कल गुरूवार देर रात को कृष्णा चाकरे पिता सुखदेव चाकरे उम्र 18 वर्ष का रोड क्रॉस करते समय लो-फ्लोर बस से एक्सीडेंट हो गया था। जिसके बाद लोगों ने उसकी मां को फोन लगाया लेकिन हादसे स्थल से मुश्किल से पांच मिनिट की दूरी पर मौजूद पुलिस वहां पर नहीं आई। जिसके बाद युवक की मां आशा अपने घर ईदगाह हिल्स लवकुश अपार्टमेंट पहुंची।
आशा ने बताया कि जब वह स्थल पर पहुंची तो पाया कि उन के बेटे का सिर फट चुका है। जिसके बाद मां ने अपने बेटे के सिर पर एक कपड़ा बंधा। जब कृष्णा थाना पहुंचा तो उसकी मां ने एक सिपाही को एफआईआर लिखने के लिए कहा। जिस पर सिपाही ने उन्हें बाहर ही रोक दिया और खुद थाने से लगे एक होटल में चाय पीने चला गया। 20 मिनिट के बाद थाने आया। इसके बाद भी उसने कार्रवाई शुरू नहीं की। बाद में जब मीडिया ने इस मामले में दखल दिया तब कहीं जाकर कार्रवाई शुरू हुई।
कृष्णा की मां का कहना है कि पुलिस की लपरवाही के चलते तो उनके बेटे की जान भी जा सकती थी, वहीं मीडिया की मेहरबानी से उसकी जान बच गई। वहीं कृष्णा का एक्सीडेंट बस नंबर एमपी 04 सीए 1070 से हुआ था। हैरानी की बात तो ये है कि अभी तक पुलिस ने बस चालक को अपनी गिरफ्त में नहीं लिया है।