भोपाल। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म काॅरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने सेफ्टी फीचर्स को मजबूत बना दिया है। इससे यात्रियों को ई-टिकटिंग के दौरान सहूलियत होगी और उनका डाटा स्पीड कम होने से सेशन एक्सपायर होने पर भी डिलीट नहीं होगा। वे लिंक फेल होने पर भी दूसरी बार भी लॉगइन करते हैं तो वहीं से फॉर्म भरना पड़ेगा जहां से पिछला सेशन छोड़ा था। आईआरसीटीसी ने ई-टिकटिंग की सिक्युरिटी ऑडिटिंग का काम स्टैंडर्डाइजेशन टेस्टिंग एंड क्वालिटी सर्टिफिकेशन (एसटीक्यूसी) को सौंप दिया है।
आईआरसीटीसी के अधिकारियों के मुताबिक एसटीक्यूसी द्वारा सिक्युरिटी संबंधी खामियों की पहचान और उस दौरान होने वाले जोखिम का आंकलन तत्काल किया जाएगा। इसके अलावा आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर के उपकरणों के माध्यम से टिकटिंग के दौरान कोई परेशानी नहीं आएगी। इस सिस्टम के जुड़ जाने से लॉगइन की स्पीड तेज होगी और सिस्टम यूजर फ्रेंडली होगा।
54 फीसदी ई-टिकटिंग
वर्तमान में देश में प्रतिदिन बनने वाले कुल टिकटों का 54 फीसदी ई-टिकटिंग के माध्यम से बनाए जा रहे हैं। ई-टिकटिंग के दौरान अधिकतर यात्रियों की शिकायत सिक्युरिटी फीचर्स खासकर ऑनलाइन फार्म भरते वक्त डाटा उड़ने की रहती थीं।
इसी को देखते हुए आईआरसीटीसी ने हाल ही में सिक्युरिटी फीचर्स जोड़कर इस असुविधा को भी दूर करने का प्रयास किया है। अब आईआरसीटीसी जल्द ही फीडबैक लेकर इसमें और सुधार करेगी। गौरतलब है कि प्रतिदिन 15 हजार नए यूजर्स की संख्या ई-टिकटिंग के लिए बढ़ती जा रही है। हर दिन इनका रजिस्ट्रेशन आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर किया जा रहा है।