जयपुर। वहां नईदिल्ली में कानून मंत्री फर्जी मार्कशीट कांड के चलते जेल में हैं और यहां राजस्थान में फर्जी मार्कशीट के जरिए सरपंच बनने के मामले में सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी भी घिरती दिख रही हैं। सलूम्बर न्यायालय ने सेमारी थानाधिकारी को सेमारी सरपंच शांता मीणा के दस्तावेजों की जांच कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के आदेश जारी किए हैं।
शैक्षणिक योग्यता की अनिर्वायता के चलते चुनाव के दौरान विधायक की पत्नी शांता मीणा ने अजमेर के नसीराबाद स्थित सेंट मार्टिन स्कूल की मार्कशीट लगाई थी। जिस पर कांग्रेसी नेताओं ने पूर्व में अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई थी।
इस दौरान नसीराबाद के कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अजय गौड ने सूचना के अधिकार के तहत शांता मीणा के मार्कशीट के बारे में जानकारी मांगी। अपने जवाब में स्कूल प्रबंधक ने साफ लिखा कि वर्ष 1998 में शांता मीणा नाम की किसी महिला ने उनके स्कूल से पांचवीं कक्षा पास नहीं की है और यह मार्कशीट भी उनके स्कूल की ओर से जारी नहीं की गई है।
इसपर सेमारी सरपंच पद की प्रत्याशी रही सुगणा मीणा ने सलूम्बर कोर्ट में परिवाद पेश कर शांता मीणा के दस्तावेजों की जांच करवाने की मांग की। न्यायालय के आदेश के बाद उदयपुर के कांग्रेसी नेताओं ने जिला प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष और ठोस जांच कराने की मांग की है।