सर्व शिक्षा अभियान में 'टल्ले' लगाए तो कलेक्टर के सामने होगी पेशी

ग्वालियर। बच्चा स्कूल जाता है या नहीं। इसकी सही जानकारी देना अब आवश्यक होगी। अगर किसी शिक्षक ने सर्व शिक्षा अभियान के वीआर विलेज एजुकेशन रजिस्टर व वार्ड एजुकेशन रजिस्टर में गलत इंट्री की तो उसका जवाब शिक्षक को सीधे कलेक्टर को देना होगा।

कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने बुधवार को दोपहर 1:40 बजे जिला शिक्षा केंद्र कार्यालय पहुंचकर सर्वे कार्य से जुड़े हर कार्य की समीक्षा कर उसकी रूप-रेखा समझी। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिए। करीब एक घंटे तक कलेक्टर ने स्कूल नहीं जाने वाले छात्रों के डाटा को फीड करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही डाइस कोड के बारे में समझा। डीपीसी कार्यालय के प्रोग्रामर सुनील गुप्ता ने उन्हें ऑनलाइन प्रपत्र भरने से लेकर मान्यता से जुड़ी जानकारियां विस्तृत रूप से प्रदान की। इस दौरान सहायक जिला परियोजना समन्वयक हरिओम शर्मा, शलभ श्रीवास्तव, लेखाधिकारी राखी माहौर भी मौजूद रहे।

प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया
कलेक्टर ने प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी कार्यालय का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा करने और डाटा फीडिंग के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

कब तक जमा होंगे प्रपत्र
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने यह भी पूछा कि वीआर के जरिए स्कूल नहीं जाने वाले छात्रों का डाटा कब तक फीड होगा। इस पर अधिकारियों ने बताया कि 16 जून तक बीआरसी लेबल पर जानकारी एकत्रित की जाएगी। उसके बाद 1 जून से डाटा फीडिंग का कार्य शुरू होगा।

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