भोपाल। मोदी के टिप्स ने भोपाल दुग्ध संघ को 34 करोड़ का नुक्सान पहुंचा दिया। संघ ने मोदी के सक्सेस टिप्स को मानते हुए अपनी दुग्ध संग्रहण क्षमता 3 लाख लीटर से बढ़ाकर 5 लाख लीटर तो कर ली लेकिन उसे बेच नहीं पाई। मजबूरन दूध का पाउडर बनाना पड़ा, लेकिन वो भी नहीं बिका। अब एक्सपाइरी डेट पास आ रही है। स्टॉक भरा पड़ा है। मजबूरन उसे नेपाल भेजने की घोषणा की जा रही है। ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा आएगा सो अलग।
गौरतलब हैं कि सौ दिनी कार्ययोजना के तहत भोपाल सहकारी दुग्ध महासंघ ने बड़ा कदम उठाया था। यह पॉवडर भी नहीं बिक पा रहा हैं और एक्सपायरी डेट नजदीक आती जा रही हैं। इसका खासा नुकसान किसानों को भी उठाना पड़ गया। जिन किसानों को दूसरें दिन भुगतान मिलता था आज उन्हें 34 दिन बाद भुगतान लेना पड़ रहा हैं। किसान इस बात को लेकर खासे नाराज बताए जा रहे हैं। जिसका खामियाजा संचालक मंड़ल भुगत रहा है। आये दिन संचालक मंड़ल और अफसरों में इस बात को लेकर तकरार भी चलती रहती हैं।