जबलपुर। एसएएफ के सस्पेंड आरक्षक ने रांझी पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। घायल आरक्षक अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा था। जहां उसने अर्द्घनग्न हालत में हंगामा किया और पुलिस पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस का कहना है कि आरक्षक गोकलपुर क्षेत्र में रहता है और नशे की हालत में लोगों के साथ मारपीट कर रहा था, जिसके साथ क्षेत्रीयजन ने मारपीट की है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बीच-बचाव किया, इसमें एक एएसआई को भी चोटें आई हैं।
गोकलपुर निवासी सस्पेंड आरक्षक शिव सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि 8 अप्रैल को उसके घर जीप दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। इसके बाद उसे जीप में डालकर थाने ले गए। थाने में उसके साथ लाठियों से मारपीट की गई, इसके बाद उसे घर के पास सड़क पर घायल हालत में छोड़ा गया और किसी से शिकायत न करने की धमकी दी गई। रविवार को आरक्षक अस्पताल इलाज के लिए पहुंचा, जहां उसने आरोप लगाए।
विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस
रांझी टीआई अनिल मौर्य ने बताया कि सस्पेंड आरक्षक शिव सिंह 8 अप्रैल को नशे की हालत में क्षेत्रीयजन से विवाद कर रहा था। जब उन्होंने विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की। इस दौरान एक एएसआई को भी धक्का मुक्की में चोट लगी थी। घायल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। सन् 2001 में आरक्षक शिव सिंह ने डीआईजी के साथ अभद्रता की थी, जिस पर उसे सस्पेंड कर दिया गया था।
