ग्वालियर। अब बारिश के केवल चार माह नहीं, बल्कि पूरा साल है। अप्रैल में भी बारिश का सिलसिला जारी है। अप्रैल में अब तक चार बार बारिश हो चुकी है। रविवार को शहर में तीन मिमी बारिश हुई। बेमौसम हो रही इस बारिश से किसानों की फसल चौपट हो गई है। आकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन साल से बारिश के महीने लगातार बढ़े हैं।
वर्ष 2013-14 में पूरे साल जबकि 2014-15 में नवंबर को छोड़कर पूरे माह बारिश हुई। इस साल मार्च में हुई बारिश ने तो 100 साल का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। मौसम विभाग के मुताबिक अंचल में सोमवार को भी बारिश हो सकती है। अंचल के कुछ क्षेत्रों में ओले भी गिर सकते हैं।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बार-बार आने से बरस रहा पानी
गर्मी में बारिश होने के पीछे बड़ा कारण वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की संख्या में बढ़ोतरी को माना जा रहा है। दो साल में इनकी संख्या में 30-40% की बढ़ोतरी हुई, जो असामान्य है। पहले इनकी संख्या महीने में 3-4 होती थी, जो अब 7 से 0 हो गई है।
1. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की हवा कैस्पियन सागर से चलती है।
2. यह हवा सतपुड़ा या हिमाचल के पहाड़ों से टकराती है, जिसके कारण बारिश होती है।
3. बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवा भी बारिश का कारण।
4. अरब सागर से नमी आने के कारण।
