भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने रविवार की अलसुबह मुरैना जिले में रेतमाफिया द्वारा की गई बहादुर पुलिस आरक्षक धर्मेन्द्र चैहान की हत्या, अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ धारा 302 न लगाकर धारा 304 का इस्तेमाल, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा इस अराजक स्थिति पर मात्र घड़ियाली आंसू बहाकर आपात बैठक बुलाना और उसके बाद औचक एसआईटी के गठन की घोषणा को एक भद्दा मजाक बताया है।
उन्होंने कहा कि ऐसी निरर्थक कवायदों से सरकार माफियाओं को ही राहत पहुंचा रही है। मिश्रा ने मुख्यमंत्री से प्रतिप्रश्न किया है कि क्या राज्य सरकार को इस बात की जानकारी नहीं है कि प्रदेश में कितने रेत, खनिज, पत्थर, वन, भूमि, बिल्डिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं शराब माफियाओं के गिरोह काम कर रहे हैं और राजनेताओं, नौकरशाहों और उक्त उल्लेखित माफियाओं के इस कुत्सित गठबंधन को किसका संरक्षण प्राप्त है, अब तक इन माफियाओं के खिलाफ सरकार ने कौन सी बड़ी और दिखाई देने वाली कार्यवाही की है।
आज यहां जारी अपने बयान में मिश्रा ने सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यदि एसआईटी जांच के बाद सरकार सच्चाई उजागर करना चाहती है तो उसे पहले यह सार्वजनिक करना चाहिए कि ग्वालियर-चंबल संभाग में पनप रहे इन आपराधिक माफियाओं को किस केंद्रीय मंत्री का संरक्षण प्राप्त है और वे इन माफियाओं द्वारा किये जा रहे अवैध उत्खनन से कितनी माहवारी ले रहे है और उसका कितना अंश प्रदेश की राजधानी भोपाल में आ रहा है?
अपने बयान के अंत में मिश्रा ने कहा कि कांगे्रस उक्त उल्लेखित सभी किस्म के माफियाओं के राजनेताओं और नौकरशाहों से सीधे रिश्तों का भी बहुत जल्द ही खुलासा करेगी।
