भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल [व्यापमं] की परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले में तत्कालीन परिवहन मंत्री और वर्तमान विधायक जगदीश देवड़ा के भी शामिल होने के आरोप लगे हैं। इस संबंध में मिली शिकायत के आधार पर एसआईटी ने एसटीएफ को जांच के आदेश भी दे दिए हैं। वहीं देवड़ा शिकायत को गलत बता रहे हैं।
एसआईटी को मिली शिकायत के मुताबिक देवड़ा ने अपने ड्राइवर जयराम मिश्रा के बेटे बृजेश को फर्जी तरीके से व्यापमं की परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में पास कराया था। बृजेश एसएएफ का आरक्षक था और देवड़ा के बंगले पर टेलीफोन ऑपरेटर भी था। देवड़ा ने बृजेश को पास करने की सिफारिश पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी रहे ओपी शुक्ला से की थी। शुक्ला ने व्यापमं के डायरेक्टर पंकज त्रिवेदी के जरिए बृजेश को पास कराया था। शिकायत को एसआईटी ने व्यापमं घोटाले की जांच कर रही एसटीएफ को सौंप दिया है। साथ ही जांच प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए हैं।
एसटीएफ बृजेश को गिरफ्तार कर 13 फरवरी को चालान भी पेश कर चुकी है। बृजेश फिलहाल भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद है। हालांकि एसटीएफ ने बृजेश के खिलाफ जो चालान पेश किया है उसके मुताबिक बृजेश ने व्यापमं के पूर्व कर्मचारी सीके मिश्रा को ढाई लाख रुपए देकर परीक्षा पास की थी।
अब आगे क्या
इस मामले में एटीएफ फिर से आरोपियों से पूछताछ करेगी। यदि शिकायत सही पाई जाती है तो फिर से चालान पेश किया जाएगा। इस मामले में फिलहाल फाइनल चालान पेश नहीं हुआ है। इसलिए इस मामले की दोबारा जांच भी हो सकती है और फिर से चालान पेश भी हो सकता है।
शिकायत है झूठी
बृजेश और जयराम नाम के कोई भी शख्स बंगले पर कभी पदस्थ नहीं रहे हैं। शिकायत भी झूठी है
जगदीश देवड़ा, विधायक
जगदीश देवड़ा, विधायक
- रिपोर्ट: कमलेश गुप्ता