भोपाल। सरकारी और निजी डॉक्टरों को दवाओं के नाम अंग्रेजी के बड़े अक्षरों (कैपिटल लेटर) में लिखना होगा। मध्यप्रदेश मेडिकल काउंसिल (एमपीएमसी) ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। काउंसिल ने मॉडल प्रिस्किप्शन फॉर्मेट भेजकर सभी संस्थानों को इसे लागू करने के लिए कहा है।
मप्र मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार एसएएस काजमी ने यह फॉर्मेट चलन में लाने के लिए सभी सीएमएचओ, सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेजों के डीन, नर्सिंग होम एसोसिएशन और रेलवे एवं भेल के अस्पतालों को पत्र भेजा है। डॉक्टर्स की एसोसिएशन को इसे लागू कराने के लिए कहा है। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल शुक्ला ने कहा कि फॉर्मेट मिल गया है। इसके अनुसार नया फॉर्मेट तैयार किया जाएगा।
इस फॉर्मेट में डॉक्टर्स को दवाओं के नाम, डोज, निर्देश, दवा खाने की अवधि और टोटल क्वालिटी कैपिटल लेटर में लिखना होगा। दवा देने वाले फार्मासिस्ट को अपना व दवा स्टोर का नाम इस पर्चे में दर्ज करना होगा।