15 लाख का हिसाब नहीं दे पाए RTO, पूरा आफिस संदेह के घेरे में

आनंद ताम्रकार/बालाघाट। चोरी किए गए वाहनों की फर्जी एनओसी जारी करने के आरोप में 15 लाख रुपए नगदी के साथ अरेस्ट हुए आरटीओ पूछताछ में 15 लाख का हिसाब नहीं दे पाए। इधर पुलिस पड़ताल में 2 अन्य आरटीओ एवं पूरा का पूरा आफिस ही संदेह के घेरे में आ गया।

चोरी किये गये वाहनों को फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहनों का पंजीयन करने वाले बालाघाट और मण्डला के प्रभारी आरटीओ आरडी दक्ष पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। कोतवाली पुलिस ने आरटीओ के ड्रायवर किशन यादव सागर निवासी को गिरफतार कर लिया है।

कोतवाली पुलिस ने कल रविवार को आरटीओ कार्यालय में जाकर विगत 3 वर्ष की अवधि में किये गये वाहनों के पंजीयन के डाटा एवं कई अहम दस्तावेजों को जब्त कर लिया है।

इस मामले में पुलिस ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अवगत कराया की उन्होने परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर आरटीओ दक्ष बालाघाट के अलावा अन्य जिलो में कब और कहां नियुक्त रहा है इसकी जानकारी भी मांगी है। परिवहन आयुक्त शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने आरडी दक्ष को निलम्बित कर दिया है तथा उसके विरूद्ध जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।

श्री गौरव तिवारी ने यह भी अवगत कराया की वाहनों के फर्जी रजिस्टेशन मामले में पुलिस को अहम दस्तावेज प्राप्त हुये है पुलिस ने आरटीओ पर रविवार को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है, आरटीओ के ड्रायवर को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक के अनुसार फर्जी रजिस्टेशन करवाने में बालाघाट जिले में एक बहुत बड़ा रैकेट सक्रिय है जिसका खुलासा शीध्र किया जायेगा पुलिस द्वारा जप्त किये गये दस्तावेजो के आधार पर वर्ष 2012 से अब तक हुये सभी वाहनो के पंजीयन का भौतिक सत्यापन कराया जायेगा जिसमें वाहनों के चेचिस नंबर, रजिस्ट्रेशन और एनओसी की भी जांच की जायेगी।

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