
गिरफ्तारी की मांग करते रहे कांग्रेसी
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मांग थी की शोषण के आरोपी तत्कालीन कलेक्टर आरके मिश्रा को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। कांग्रेसियों ने यह भी आरोप लगाया है कि पीड़िता प्रिंसिपल पर पुलिस और प्रशासन की ओर से बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। इस मामले को गंभीरता लेने की बात कहते हुए कांग्रेसियों ने महिला की सुरक्षा की मांग की है। नाराज कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
क्या था मामला
पन्ना जिले के डीएम आरके मिश्रा पर सेंट्रल स्कूल की प्रिंसिपल ने शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए शनिवार (28 फरवरी) को फिनाइल पी लिया था। गंभीर अवस्था में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन आरोपों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के चौहान के निर्देश पर कलेक्टर आरके मिश्रा को तत्काल उनके पद से हटा दिया गया था।
फाइलें रोक देते थे कलेक्टर
प्रिंसिपल ने बताया था कि, कलेक्टर उनकी बात न मानने पर फाइलें रोक देते थे। प्रिंसिपल के मुताबिक, कलेक्टर उनके स्कूल के चेयरमेन हैं। इसी वजह से एक काम के सिलसिले में जब वे कलेक्टर के पास गईं, तो उन्होंने शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। प्रिंसिपल का आरोप है कि कलेक्टर ने उन्हें अपने बंगले पर बुलाया और दो बार बेडरूम में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाए थे। इस बात का पता जब कलेक्टर की पत्नी को लगा, तो वे नाराज भी हुईं थी। प्रिंसिपल का कहना था कि वे कलेक्टर से संबंध नहीं रखना चाहती थीं, लेकिन वे उसे और उसके स्टाफ को डराने-धमकाने लगे थे। इससे परेशान होकर उसने फिनाइल पी लिया था।
पहले भी लगा था आरोप...
आरके मिश्रा पर शारीरिक शोषण का आरोप पहली बार नहीं लगा है। इसके पहले भी उन पर एक महिला ने ऐसा ही आरोप लगाया था। उक्त महिला ने बताया कि कलेक्टर लगातार 4 महीने तक अपने बंगले पर उसका दैहिक शोषण करते रहे थे। उनकी पत्नी ग्वालियर में रहती हैं और बेटा बाहर पढ़ाई करता है। इसीलिए वे बंगले पर अकेले रहते हैं। इस महिला ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन उसे सबूत लाने को कहकर वहां से दफा कर दिया गया था।