नई दिल्ली। भारत सरकार में ई-कॉमर्स यानी इंटरनेट मार्केट में विदेशी कंपनियों के लिए आसान नियम बनाने जा रही है। इस नियम के मुताबिक, अगर कोई विदेशी कंपनी 100 प्रतिशत कच्चा माल यहाँ से खरीदती है, तो उसको ई-कॉमर्स सेक्टर में सीधे अपने प्रॉडक्ट बेचने की अनुमति दी जाएगी। इसके द्वारा विदेशी कंपनियों को अपने प्रॉडक्ट को बेचने में आसानी होगी।
सरकार का मानना है कि भारत से कच्चा माल खरीदने से भारत के मार्केट और देश की इकॉनमी को फायदा होगा और तो और इससे मेक इन इंडिया अभियान को भी फायदा होगा। अभी के समय के मुताबिक विदेशी कंपनियों को अपने प्रॉडक्ट को बेचने के लिए भारतीय कंपनियों का इस्तेमाल करना पड़ता है। वाणिज्य मंत्रालय के एक उच्चाधिकारी की खबरों की माने तो मेक इन इंडिया में इस बात पर जोर दिया गया है कि विदेशी कंपनियां भारत में आएं और यहां पर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाएं।
अगर विदेशी कंपनियों ने यहां से कच्चा माल खरीदना शुरू किया तो वे धीरे-धीरे अपने प्रॉडक्ट का उत्पादन भी शुरू कर देंगे। मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, भारत में ई-कॉमर्स यानी इंटरनेट मार्केट जो साल 2013 में महज़ 11 अरब डॉलर का था, साल 2020 में यह बढ़कर 137 अरब डॉलर तक पहुंचने की कई ज्यादा उम्मीद है।