शिमला: ढली में एक कॉन्वेंट स्कूल की प्रधानाचार्या पर एसएफआई ने तथाकथित रूप से 7वीं कक्षा की उत्तीर्ण छात्रा को दोबारा उसी कक्षा में बैठने पर मजबूर करने के मामले में आड़े हाथों लिया है।
एसएफआई शिमला शहर के इकाई अध्यक्ष चंद्रकांत वर्मा ने ढली स्थित एक कॉन्वेंट स्कूल की प्रधानाचार्या पर यह आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि स्कूल में कार्यरत यूनियन के कर्मचारी नेता की बेटी को तथाकथित रूप से पिछली कक्षा में बैठने के लिए मजबूर किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले तो उक्त कर्मचारी की बेटी को 7वीं कक्षा उत्तीर्ण का सर्टीफिकेट जारी किया गया लेकिन बाद में वह सर्टीफिकेट मंगवाया तथा उसके नीचे हाथ से लिख दिया गया कि नीड वन मोर ईयर इन दी क्लास सैवंथ।
चंद्रकांत ने प्रधानाचार्या को चेताया है कि यदि समय रहते बच्ची के रिजल्ट को सही नहीं किया गया तो उनके खिलाफ धरना और रैलियां निकाली जाएंगी। साथ ही एसएफआई शिमला जिला इकाई के सचिव प्रेम कायथ ने प्रदेश सरकार व प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए प्रधानाचार्या के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थिति न उत्पन्न हो और बच्चों व उनके अभिभावकों को इस प्रकार से स्कूल प्रशासन व प्रधानाचार्यों द्वारा प्रताडि़त न किया जा सके।