महेश मिश्रा/भिंड। यहां एक लड़की ने माँ को प्रसन्न करने के लिए एक सार्वजनिक मंदिर में अपनी जीभ काटकर अर्पित कर दी। इसके बाद ग्रामीणों ने उसे देवी का रूप मान लिया और भजन पूजन शुरू हो गया। पुलिस मौके पर पहुंच गई, परंतु समाचार लिखे जाने तक उसे अस्पताल नहीं ले जाया गया था। घटना को 12 घंटे बीत गए हैं।
ऊमरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी. लेकिन लड़की की जिद के चलते वह भी कुछ नहीं कर सकी और वहीँ पर डेरा जमा दिया है. देखते ही देखते मंदिर पर मेला जैसा लग गया है और औरतों ने भजन करना प्रारंभ कर दिया है.
किशन की गढ़िया की रहने वाली पूनम की देवी माँ में गहरी आस्था है जिसके चलते पूनम ने आज अपनी जीभ काट कर देवी माँ को अर्पण कर दीं घटना सुबह सात बजे की बताई जा रही हैं सुबह सुबह शिवरात्रि के अवसर पर पूनम ने अपनी माँ से प्रसाद के लिए दस रुपये लिए और उससे प्रसाद और अगरबत्ती खरीदीं साथ में ही उसने एक ब्लेड भी ख़रीदा लेकिन उसकी भनक घरवालों को नहीं लगीं सारा सामान लेकर पूनम मंदिर पहुंची और वहां पर पूजा करके अपनी जीभ ही देवी के सामने काट दीं जिसके बाद काफी खून बहकर वहां बिखर गयां जीभ काटने के बाद पूनम मंदिर में ही बैठी रही। जब गाँव की महिलाएं मंदिर पहुंची तो वहां पर काफी खून पड़ा हुआ था और पूनम के मुंह से भी लगातार खून बह रहा था जिसके बाद महिलाटज्ञै। ने अन्य पुरुषों को खबर दी। जिन्होंने पूनम के परिजनों को सूचित किया।
सूचना मिलते ही ऊमरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी लेकिन घायल पूनम को अस्पताल ले जाने की हिम्मत उसकी भी नहीं हुयी। क्योंकि पूनम ने अस्पताल जाने से मना कर दिया जिसके चलते गाँव वाले भी पूनम को जबरदस्ती अस्पताल नहीं ले जाने दे रहे हैं। पुलिस फिलहाल मौके पर ही बनी हुयी है।
देवी माँ में गहन श्रद्धा के चलते पूनम ने तो अपनी जीभ देवी को अर्पण कर दी लेकिन गाँव वालों के लिए पूनम खुद एक देवी बन गयी। पूनम द्वारा जीभ चढ़ाने की खबर सुनते ही गाँव ही क्या आसपास के लोग भी किशन की गढ़िया में मौजूद इस मंदिर पर पूनम के दर्शन के लिए आने लगे हैं। महिलाएं भजन मंगलगीत गा रही हैं। ऐसा लग रहा है कि किशन की गढ़िया में जल्द ही मेला लग जायेगा।
