भोपाल। स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर कार्यरत पैरामेडिकल स्टाफ की संविदा अवधि बढ़ाने के लिए राज्य सरकार नियमों में बदलाव करने जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर मंगलवार को संभावित कैबिनेट की बैठक में निर्णय हो सकता है। अभी एक साल की अवधि तक संविदा नियुक्ति दी जाती है। इसके बाद पैरामेडिकल कर्मी को आगे काम करने के लिए संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को सेवा पर बने रहने के लिए आवेदन देना होता है।
इस व्यवस्था के चलते संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी पैरामेडिकल द्वारा स्टाफ का शोषण करने की बात सामने आने के बाद विभाग इनकी संविदा अवधि बढ़ाए जाने के नियमों में संशोधन करने जा रहा है। इसके चलते एक साल बाद संविदा नियुक्ति अपने आप आगामी एक वर्ष के लिए बढ़ जाएगी।
गंभीर शिकायत मिलने पर ही उक्त संविदा कर्मी को सेवा से हटाया जाएगा। अच्छे काम करने वालों की संविदा नियुक्ति हर एक साल के लिए बढ़ती रहेगी। प्रदेश में रिक्त पदों के विस्र्द्ध पिछले 10 साल से लगभग 500 पैरामेडिकल कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, नेत्र सहायक, रेडियोग्राफर और ड्रेसर शामिल हैं।
कैबिनेट की बैठक में लगभग एक दर्जन बिंदुओं पर चर्चा होने की संभावना है। इनमें फिल्म अ-प्रेयर फॉर रेन को मनोरंजन कर से मुक्त करने, बोरलाग इंस्टीटयूट फॉर साउथ एशिया को स्थापित करने के लिए 541 एकड़ सरकारी जमीन 30 साल की लीज पर देने और तिलहन संघ के कर्मचारियों का आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग में संविलियन करने का प्रस्ताव शामिल है।