सत्यनारायण जटिया के बेटे के खिलाफ चार्जशीट पेश

भोपाल। अटलजी की सरकार में केन्द्रीय श्रम मंत्री मध्यप्रदेश भाजपा के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद सत्यनारायण जटिया के बेटे राजकुमार जटिया के खिलाफ सीबीआई ने फर्जीवाड़े के सबूत न्यायालय में पेश कर दिए हैं। यहां बता दें कि SAIL में नौकरी के लिए राजकुमार जटिया ने फर्जी एक्सपीरिएंस सर्टिफिकेट लगाया था एवं इस मामले में सीबीआई ने सत्यनाराण जटिया के उज्जैन स्थित निवास पर उस समय छापामार कार्रवाई की थी जब वो राज्यसभा सदस्य के लिए नामांकित हुए थे।

सीबीआइ ने सेल (बोकारो स्टील प्लांट) में हुए नियुक्ति घोटाले की परतें खोल कर रख दीं हैं। कोर्ट में सौंपी गई चार्जशीट में सीबीआइ ने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। चार्जशीट के अनुसार मध्यप्रदेश के राज्यसभा सांसद व पूर्व केन्द्रीय श्रम मंत्री सत्यनारायण जटिया के पुत्र राजकुमार जटिया ने नौकरी के लिए फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र जमा किया था।

राजकुमार जटिया ने मेसर्स कश्यप स्वीटनर्स लिमिटेड में बतौर मार्केटिंग ऑफिसर के रूप में कार्य करने का प्रमाण पत्र दिया था। इस पर कंपनी के तत्कालीन जीएम (एचआर) नरेंद्र शर्मा का हस्ताक्षर दिखाया गया था लेकिन जब जटिया के प्रमाण पत्र की जांच हुई तो पता चला कि उस समय नरेंद्र शर्मा कंपनी के जीएम नहीं बल्कि मैनेजर थे। तत्कालीन जीएम ने सीबीआइ को फैक्स भेजकर बताया कि 2004 से 2008 के बीच उनकी कंपनी में राजकुमार जटिया ने काम नहीं किया है।

  • - सेल के मानक का उल्लंघन करते हुए नौकरी देने के लिए इनसे लिखित परीक्षा भी नहीं ली गई।
  • - रजिस्टर्ड या साधारण डाक की जगह कूरियर से अपना आवेदन भेजा
  • -आवेदन पर न तो पद का नाम था और न ही अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर थे
  • -सेल के कार्यालय की जगह मुंबई के पांच सितारा होटल में इंटरव्यू हुआ


फ्लैश बैक
  • -16 जनवरी को सीबीआइ ने सेल में नियुक्ति घोटाले का पर्दाफाश किया था
  • -28 जनवरी को देशभर में 36 ठिकानों पर सीबीआइ के 30 टीमों ने की थी छापेमारी
  • -चारों अभ्यर्थियों के अलावा सीबीआइ ने तीन कार्यरत और छह रिटायर अधिकारियों के खिलाफ सौंपी है चार्जशीट


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