सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बालाघाट जिले के लामता पुलिस थाने के अंतर्गत दौनी गांव में एक आदिवासी युवक ने अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करते हुये 8 दिन पूर्व ही पैदा हुई नवजात बेटी की जहर देकर हत्या कर दी तथा उसकी लाश को गांव के समीप जंगल में ले जाकर दफना दिया।
विगत 18 जनवरी को घटित इस वारदात के बाद पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने बच्ची की लाश को निकलवाकर उसे पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया तथा पति को हत्या के आरोप में गिरफतार कर लिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनिरूद्ध मसराम 22 वर्ष ग्राम बड़गांव परसवाडा निवासी का अपने रिश्तेदारी की ही समलवती बाई से 1 वर्ष से प्रेम संबंध चल रहा था दोनो के बीच शारिरिक बन गये और समलवती गर्भवती हो गई इस बात का पता चलने पर गांव वालों और रिश्तेदारों के समझाने पर अनिरूद्ध ने समलवती से शादी कर ली।
1 सप्ताह पूर्व ही समलवती ने एक लड़की को जन्म दिया किन्तु अनिरूद्ध अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था जिसके चलते उसके मन में यह बात बैठ गई थी कि नवजात बालिका उसकी अपनी लड़की नही है और उसने नवजात बेटी की हत्या करने का मन बना लिया जिसके चलते 18 जनवरी को समलवती अपनी नवजात बेटी को पल्स पोलियो की दवा पिलवाकर घर लाई और घर के कमरे में सुलाकर अपने काम में लग गई इसी बीच अनिरूद्ध ने नवजात बिटिया को कोई जहरीली वस्तू खिला दिया जिसके कारण बालिका रोने लगी और उसके मूंह से झाग निकलने लगा पत्नी ने पति से इस बारे में कारण जानना चाहा तो वह चुप रहा।
रात्रि में लगभग 10 बजे बच्ची की मौत हो गई 19 जनवरी को प्रात अनिरूद्ध इस नवजात बालिका की लाश जंगल में गडा दिया। समलवती को संदेह होने पर उसने अपनी मां को बुलवाया और उसे घटना के संबंध में बताया और मां को लेकर लामता पुलिस थाना पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई।
थाना प्रभारी विजेन्द्र सिह मसकोले ने शिकायत के आधार अनिरूद्ध को बुलकर पूछताछ की तो उसने जंगल में ले जाकर गडा देने की बात बताई लामता पुलिस और तहसीलदार की उपस्थिति में अनिरूद्ध की निशानदेही पर लाश को निकलवाकर उसे पोस्टमर्टम के लिये भिजवाया। पत्नी समलवती की शिकायत के आधार पर पति अनिरूद्ध के विरूद्ध नवजात बच्ची की हत्या करने और हत्या के साक्ष्य विलुप्त करके लाश को दफन करने के आरोप में धारा 302,201 के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफतार कर लिया।