ग्वालियर। अब जब देशभर में मानवीय मूल्यों की गिरावट के कीर्तिमान गढ़े हो ही रहे हैं तो ग्वालियर भी पीछे कैसे रह सकता है। यहां नगरनिगम कर्मचारियों ने शमशाम में भी भ्रष्टाचार कर डाला। अंतिम संस्कार के लिए आने वालों से जीर्णोद्धार के नाम पर रकम वसूली गई और पार्षद निधि से जीर्णोद्धार करा दिया गया।
ग्वालियर के 2 मुक्तिधाम 4 शहर का नाका एवं मुरार में अंतिम संस्कार के लिए आने वाले मृतक के परिजनों से मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार के नाम पर सहायता राशि की वसूली की गई। यह अभी भी जारी है जबकि निगम के दस्तावेज बताते हैं कि इन मुक्तिधामों का जीर्णोद्धार तो पार्षद निधि से कराया गया है।
अब सवाल यह उठता है कि यदि जीर्णोंद्धार पार्षद निधि से कराया गया है तो वो रकम कहां गई जो जीर्णोंद्धार के नाम पर शमशाम में जाने वाली जनता से वसूली गई थी।