धार। प्राचीन किले की खुदाई के दौरान शुक्रवार को पुरातत्व विभाग को तोप के 35 गोले मिले हैं। ये 14वीं-15वीं शताब्दी के हैं। खास बात यह भी है कि ये पत्थर के हैं। विभाग की मानें तो उस वक्त लोहे के गोलों के साथ ही पत्थर से बने गोलों का भी उपयोग होता था। अब इन्हें किले में पुरातत्व विभाग के संग्रहालय में रखा जाएगा।
पुरातत्व विभाग द्वारा किले का सौंदर्यीकरण का कार्य करवाया जा रहा है। इसके तहत खरबूजा महल के समीप स्थान को समतल करने के लिए खुदाई की जा रही थी। इस दौरान कर्मचारियों को ये गोले मिले। खुदाई के दौरान अब तक किले से 38 गोले मिल चुके हैं।
तोपों के पास हो रही खुदाई
किले में जारी मरम्मत का कार्य ऊपरी हिस्से में चल रहा है। यह वह हिस्सा है, जहां से पूरे शहर का नजारा देखा जा सकता है। खरबूजा महल के पास बनी इन दीर्घाओं में तोपें भी रखी हुई हैं। विभाग का कहना है कि इसी कारण यहां से बड़ी मात्रा में गोले निकल रहे हैं। यहां से और भी शस्त्र या अन्य हथियार मिल सकते हैं।
पहले भी मिल चुका है सामान
कुछ माह पहले इसके आसपास खुदाई के दौरान एक घंटी व दो तोप के गोले मिले थे। इसमें से एक गोला पत्थर का था, जबकि एक छोटे आकार का आयरन का बरामद हुआ था। विभाग ने इसे संग्रहालय में पुरातत्व गैलरी में सुरक्षित रखा है।
संग्राहल में रखेंगे
खरबूजा महल के समीप खुदाई की जा रही थी। वहां से ये गोले मिले है। 14वीं-15वीं शताब्दी में इस तरह के तोप गोले इस्तेमाल किए जाते थे। वर्तमान में ये जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं। इन्हें संग्रहालय में रखा जा रहा है।
आरएस लोमारे
जिला पुरातत्व अधिकारी, धार
