भोपाल। नियम जब भी बनाए जाते हैं नेताओं के फायदे के लिए बनाए जाते हैं, इसके बाद ध्यान रखा जाता है अफसरशाही के हितों का, लाचार लोकतंत्र तो बस वोट देकर इंतजार किया करता है। मप्र की 2 विधानसभा में लोकतंत्र इसी लाचारी के साथ विकास का इंतजार कर रहा है। इन दोनों विधानसभाओं में दलबदलू विधायकों का मामला लंबित है। इतना समय गुजर जाने के बाद भी कानून यह स्पष्ट नहीं किया जा सका है कि ये दोनों नेतागण, अब विधायक हैं या नहीं।
इस मामले में जाचं करने में 24 घंटे से ज्यादा वक्त नहीं लगेगा लेकिन नेताओं के लिए बने नियमों की पेचीदगी तो देखिए, 24 सप्ताह गुजर गए अभी तक मामला नहीं निपटा। पढ़िए यह खबर:—
विधायक के जवाब का इंतजार कर रहा है विधानसभा सचिवालय
लंबे समय बाद विधानसभा में सामने आया दलबदल का केस मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी का जवाब नहीं आने की वजह से अटका हुआ है। विधानसभा सचिवालय त्रिपाठी के जवाब का इंतजार कर रहा है लेकिन वे लगातार इसे टालते जा रहे हैं। जबकि, इसी मामले में फंसे एक अन्य विधायक दिनेश अहिरवार ने अपना जवाब सौंप दिया है। इसमें उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की ओर से लगाए आरोपों को सिरे से खारिज किया है। अब सचिवालय इस पर कांग्रेस के जवाब का इंतजार कर रहा है।
कांग्रेस की दलबदल संबंधी शिकायत पर विधानसभा सचिवालय ने दिसंबर के पहले पखवाड़े में त्रिपाठी से जवाब मांगा था। त्रिपाठी ने मियाद बीत जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं दिया है। वे लगातार ये कहते रहे हैं कि इस्तीफे के साथ मामले का पटाक्षेप हो जाएगा पर अभी तक उन्होंने ये कदम भी नहीं उठाया और न ही सचिवालय को कोई सूचना दी।
उधर, जतारा विधायक दिनेश अहिरवार कांग्रेस के आरोपों को जवाब में नकार चुके हैं। विधानसभा ने जवाब पर कांग्रेस विधायक दल का मत मांगा है। त्रिपाठी ने बताया कि वे जल्द ही जवाब देंगे। वहीं, सचिवालय के अधिकारियों का कहना है कि जवाब न मिलने की वजह से मामला अटका हुआ है। जवाब मिलने पर कांग्रेस विधायक दल को भेजकर इस पर पक्ष जानकर आगे की कार्रवाई तय होगी।
इनका कहना है
मैं जवाब दे रहा हूं। जल्द ही मामले का पटाक्षेप हो जाएगा।
-नारायण त्रिपाठी, विधायक मैहर
त्रिपाठी के मामले में विधानसभा सचिवालय ने अभिमत मांगा है। जतारा विध्ाायक के जवाब के संबंध में पत्राचार नहीं हुआ।
-सत्यदेव कटारे, नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा
जतारा विधायक के जवाब को कांग्रेस विधायक दल के पास भेजा गया है। कांग्रेस का पक्ष सामने आने पर आगे की कार्रवाई तय होगी। वहीं, मैहर विधायक का जवाब अभी प्राप्त नहीं हुआ है।
-भगवानदेव ईसरानी, प्रमुख सचिव, विधानसभा