सिवनी मालवा। स्थानीय कुसुम महाविधालय में विभिन्न संकायों की हो रही परीक्षा में जमकर छात्र-छात्राओं के द्वारा नकल की जा रही है। जिसे ना तो कांलेज प्रबंधन के द्वारा रोका जा रहा है, ना ही उच्च शिक्षा विभाग के उडऩदस्ते के द्वारा, जिसके चलते पढाई करने वाले छात्र-छात्राएं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है।
नाम ना लिखने की शर्त पर पढ़ाई कर परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं ने बताया कि नकल चलने के चलते हम पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को काफीं नुकसान हो रहा है। जहां एक और हम वर्ष भर पढ़ाई कर परीक्षा में प्रश्रपत्र हल कर रहे है। वहीं नकल करने वाला छात्र एक दिन की ही मेहनत में हमारे बराबर अंक ला रहे है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारीयों को इस पर रोक लगाने के प्रयास करना चाहिए। परन्तु रोक लगाना तो दूर बल्कि कॉलेज प्रबंधन खुद ही इस तरह हो रही खुलेआम नक़ल का मूकदर्शक बना हुआ है
ये है शहरवासियों का मानना-
नकल को लेकर शहरवासीयों से चर्चा करने पर निवेदन युवा मंंडल के अध्यक्ष मोहन गौर एंव सचिव राजेश सराठे ने बताया कि यदि युवा छात्र-छात्राओं को खुलेआम नकल करने की छूट दी जा रही है तो उनके भविष्य के साथ खिलावाड़ किया जा रहा है। अभी भले ही यह माना जाए कि नकल करने वाले छात्र-छात्राओं का भविष्य पास होने पर संवर जाएगा लेकिन यह मानना गलत है, नकल करने वाले छात्र-छात्राओं का भविष्य खराब हो रहा है वह किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पास नहीं हो पाएगें क्योंकि उनकी पढ़ाई करने की आदत छूट जाएगी।
वहीं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने होंशगाबाद से सिवनी मालवा आने वाले शिक्षक नरेंन्द्र यादव का मानना है कि आज शहर के छात्र-छात्राओं में किसी भी विषय को लेकर गंभीरता देखने को नहीं मिल रही है। जिसके चलते शहर का शैक्षिणक माहौल कांफी खराब हो गया है। शहर में आए दिन सुनने को मिलता रहता है कि नकल आज अच्छी हुई पेपर अच्छा गया। लेकिन यह सब गलत है इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए।