भोपाल। एक मेट्रिमोनियल कंपनी ने शादी कराने का झांसा देकर 50 से ज्यादा लोगों से लाखों रुपए हड़प लिए। इस फर्जी कंपनी के संचालक पैसे लूटने के लिए लड़के को लड़की की झूठी फैमिली से मिलवाकर शादी या सगाई करवा दिया करते थे। बाद में ये दुल्हनें लड़के वालों से मोटी रकम लेकर रफूचक्कर हो जाया करती थी।
इसका खुलासा रविवार को तब हुआ था, जब पीड़ित कोलार थाने पहुंचे। बताया गया है कि कोलार रोड में कंपनी का दफ्तर है, जहां लोगों से पैसे लेकर फॉर्म भरवाए जाते थे। कोलार पुलिस ने इस संबंध में आमीर खान और जावेद नाम के कंपनी के दो कर्मचारियों को हिरासत में भी लिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ 420 का प्रकरण दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है।
इस तरह सामने आया मामला
इंदौर निवासी 28 वर्षीय लखन सिंह ने एक परिचित के जरिए छह महीने पहले साईं कृपा मेट्रिमोनियल कंपनी में शादी के लिए आवेदन किया था। कंपनी संचालक उन्हें देवउठनी ग्यारस पर शादी कराने की बात कहते रहे थे। वे कई बार भोपाल आए, इसके बाद भी शादी नहीं करवाई गई। लखन ने इसके लिए करीब 25 हजार रुपए की रसीद कटवाई थी। आरोप है कि कंपनी शादी कराने का झांसा देकर लोगों से पांच से 25 हजार रुपए तक वसूलती थी।
शाजापुर के एक युवक ने भी दर्ज कराई शिकायत
कोलार पुलिस के पास शाजापुर निवासी बाबूलाल पाटीदार ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि 2 साल पहले इस कंपनी ने शादी कराने के नाम पर उनसे 25 हजार रुपए लिए थे। पैसे देने के एक महीने बाद मैंने आमीर खान को कॉल किया, तो उसने कहा कि 2 महीने बाद आपकी शादी करा दी जाएगी। दो महीने गुजर जाने के बाद जब सामने से कोई जवाब नहीं आया तो मैं खुद भोपाल आया और आमीर से मिला। उस वक्त आमीर ने फिर 6 महीने का वक्त मांगा और कहा कि 6 महीने में शादी करा दी जाएगी। धीरे-धीरे दो साल गुजर गए, लेकिन कोई अब तक शादी का कोई ऑफर नहीं आया, इसलिए मैंने इस मामले में पुलिस की मदद लेना ही उचित समझा।
ग्राहकों के लिए बंटवाते थे पैम्पलेट
जानकारी के अनुसार इस फर्जी काम में आमिर और जावेद के साथ कई लोग शामिल है, जो ग्राहक ढूंढ कर लाने में उनकी मदद करते थे। कोलार टीआई अखिलेश मिश्रा ने बताया कि इनके कुछ लोग शहर और गांव में पैम्पलेट बांटते थे। पैम्पलेट के आधार पर, जब लोग इनसे संपर्क करते थे, तो ये शादी का झांसा देकर उनसे पैसे ले कर एक फर्जी रशीद दे दिया करते थे।
दबाव बनाने पर करवाते थे झूठी सगाई और शादी
रशीद कट जाने के बाद, जब ग्राहक शादी के लिए दबाव बनाते थे, तो आमिर और जावेद आनन-फानन में उनकी झूठी सगाई करवा देते थे। इतना ही नहीं करीब 50 से ज्यादा मामलों में कंपनी संचालकों ने लोगों की झूठी शादी भी करवाई है।
मिलवाते थे लड़की के नकली परिवार से
अत्यधिक दबाव बनाए जाने के बाद जावेद और आमिर रातों-रात एक लड़की और उसकी झूठी फैमिली का इंतजाम करते थे। इस झूठी फैमिली को वे शहर में कहीं भी किराए से एक फ्लैट या घर दिलवा देते थे। सबकुछ सेट हो जाने के बाद आमिर ग्राहक को कॉल करके लड़की की फैमिली से मिलने के लिए उसके घर बुलाता था। दोनों परिवारों के मिलने के बाद तुंरत सगाई कर दिया करते थे।
ज्यादातर केस में टूट जाती थी सगाई
लड़की के परिवार से मिलाए जाने के बाद कंपनी संचालक बाकी की राशि भी ले लिया करते थे। जानकारी के अनुसार अक्सर लड़की वाले किसी न किसी बातों को लेकर सगाई तोड़ दिया करते थे। ऐसे मामलों में जब ग्राहक वापस कंपनी के पास जाते थे, वे यह कहकर पल्ला झाड़ लिया करते थे कि हमारा काम सिर्फ रिश्ता जोड़ना था। कुछ मामलों में तो शादी के दूसरे दिन अचानक दुल्हन गायब भी हो जाया करती थी, भागते वक्त दुल्हन अपने साथ अक्सर पैसे और गहने भी लूट कर ले जाया करती थी।
शादी पर लगती थी कोर्ट की फर्जी मोहर
अपने ग्राहकों की शादी में कंपनी संचालक विशेष रूप से जाया करते थे। शादी के तुरंत बाद वे नवदंपती को कोर्ट की मोहर लगा हुई फर्जी मेरिज सर्टिफिकेट भी देते थे। सर्टिफिकेट देते वक्त आमिर याद से कंपनी द्वारा दी गई रशीद ग्राहक से वापस ले लिया करता था, ताकि उसके पास कंपनी के खिलाफ कोई सबूत न रह जाए।
पहले भी हुआ है खुलासा
बीती 9 मई को मंडीदीप पुलिस भी ऐसे ही मेट्रिमोनियल कंपनी का फर्जीवाड़ा उजागर कर चुकी है। शादी कराने का झांसा देकर कंपनी ने 40 से ज्यादा युवक-युवतियों से करीब दस लाख रुपए हड़पे थे।