महेश मिश्रा/भिंड। जिले में खाद संकट किसानों को गहराता जा रहा है अन्नदाता खाद के लिये दरदर की ठोकरे खाने के लिये मजबूर है. जिले भर में पचास हजार से अधिक यूरिया बैग की आवश्यकता है लेकिन सरकार खाद संकट दूर करती नजर नही आ रही है. गोहद इलाके के किसान खाद नही मिलने पर हंगामा कर रहे है।
हगांमा करते किसानो को रोकने के लिये पुलिस बल को बुलाना पडा तब कहीं जा कर स्थिती पर काबू पाया गया. वहीं मेहगांब इलाके में खाद की किल्लत औऱ मांग आपूर्ती में अन्तर को देखते हुये खाद को थाने में रख कर संगीनो के साये में बंटबाने के लिये प्रशासन मजबूर है. कृषि अधिकारी स्वयं ही खाद की मांग औऱ आपूर्ती में भारी अंतर के कारण स्थिती को नाजुक मान रहै है.
कमोवेश जिले में खाद की स्थिती खराब है. किसान सुबह से लेकर शाम तक लाईन में लग कर खडे होते है तब कही जा कर उनको दो बोरी खाद मिल पाती है. जबकि किसानों को गेहूं की फसल के लिये अधिक खाद की आबश्यकता है। खाद के लिये जिले का अन्नदाता बिना अन्न पानी के खाद के लिये तरस रहा है।