भोपाल। मध्यप्रदेश की आम जनता के दर्द को विधानसभा में उठाने और सरकार को उन्हें हल करने के लिए मजबूर कर देने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है वो अपने ही गांव में पिछले 2 साल से उचित मूल्य की शक्कर तक नहीं बंटवा पाए हैं।
मामला भिंड जिले का है और चर्चा हो रही है मध्यप्रदेश विधानसभा के नेताप्रतिपक्ष माननीय सत्यदेव कटारे की। भिंड जिले की अटेर तहसील सहित लगभग 20 गाँवों में कंट्रोल की दुकानों पर पिछले 2 सालों से शक्कर का वितरण नहीं किया जा रहा है। ये गाँव हैं -उदोतगद,कनेरा ,बजरिया ,खरका ,निवारी, अन्गदपुरा,चौमों, अटेर, मनेपुरा, जमसारा, दुल्हागन, रमा, सुरपुरा, कोसड, माधियापूरा, सकराया, दीनपूरा।
सूत्रों के अनुसार इन गाँवों के अलावा कई और गाँव है जहाँ कंट्रोल की दुकानों पर शक्कर की कालाबाजारी की जा रही है ।गाँव वालों के अनुसार इन गाँवों में ईद ,दीपावली जैसे मुख्य पर्व पर भी शक्कर का वितरण नहीं किया जा रहा है ।सबसे ताज्जुब की बात यह है की इन गाँवों में अधिकतर गाँव मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे की विधानसभा में आतें है।
अब सवाल सिर्फ एक कि जो विधायक अपनी ही विधानसभा में उचित मूल्य की दुकानों तक का सही संचालन नहीं करवा पा रहा है वो क्या पूरे मध्यप्रदेश की व्यवस्थाओं को उठाने और उन्हें हल करने के लिए सरकार को बाध्य करने का उपक्रम कर पाएगा।