रायसेन। मंगलवार को भोपालसमाचार.कॉम मैं में हुए रेतमाफिया की करतूतों के खुलासे के तत्काल बाद रेत माफिया अपनी पनडुब्बी निकालकर भाग गया, परंतु प्रशासन और खजिन विभाग ने भागते माफिया को भी नहीं पकड़ा, उसे आराम से सीमा पार जाने का मौका दिया।
जैसा की खबर मैं आशंका जताई गयी थी कि राजनैतिक दबाव मैं प्रशासन और खनिज विभाग रेत माफिया को भागने का इंतजार करेगा सही निकली अब जरूर विभाग और जिला प्रशासन साँप निकल ने के बाद लकीर पिटेगा।
ज्ञात हो जिले के ग्राम ब्राईखास मैं चाँद भाई के फॉर्म से लगे जीवन दायनी कही जाने वाली बेतवा नदी के तट पर भाजपा के 1 रसूखदार नेता कि शह पर बिना वैध अनुमति के नदी मैं पनडुब्बी के सहारे रेत बजरी का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा था। सूत्रों कि माने ये बात विभाग और प्रशासन दोनों को मालूम थी पर राजनैतिक दबाव के चलते कोई कार्यवाही कि हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
उक्त रेत विदिशा जिले मैं लेजाकर किसी नहर के निर्माण मैं इस्तेमाल कि जा रही थी जिस से एक और ग्रीन ट्रिमनल के आदेशों का उल्लंघन तो हो ही रहा था साथ ही राजस्व कि हानि भी बुधवार कि शाम मौके पर जाकर ग्रामीणों से बात करने पर उन्होने बताया कि मंगलवार कि रात्रि एवं बुधवार कि सुबह तक काम चला और निकली गयी रेत आसपास के घरों मैं डाल दी गयी और 10 बजे दिन मैं सभी मशीनें और डम्फर भाग गये और छोड़ गये सिर्फ निशान ऐसे मैं सवाल उठता है कि अगर प्रशासन को खबर न थी तो समाचार छपने के बाद तो कार्यवाही कि जा सकती थी फिर राजनैतिक रसूख दार को अपना निकला माल और मशीनरी खुर्द बुर्द करने का मौका किस कि शय पर दिया गया और क्यों इस सवाल पर सबकी बोलती बंद है।