रेतमाफिया ने की वनविभाग की टीम पर फायरिंग

छतरपुर। जिले के लवकुश नगर अनुविभाग में बीती रात्रि बारीगढ़ बीट की केन नदी पर रात्रि गस्त के दौरान रेतमाफिया के गुर्गों ने वन विभाग की टीम पर बन्दूकों से हमला कर बालू से भरा ट्रैक्टर छुड़ा ले गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम जब केल नदी के पास से गुजर रही थी। तभी रात्रि लगभग साढ़े ग्यारह बजे नदी से ट्रॉली में बालू भरकर जा रहे कुछ लोग दिखाई दिए। जिन्हे रोककर वनकर्मियों ने जानकारी लेनी चाही तो ट्रैक्टर ड्राईवर बलरामपुर निवासी लडकू पाल ने 315 बोर का कट्टा निकालकर हमला किया लेकिन वनकर्मियों ने उसे पकड़कर कब्जे में कर लिया और पिटपास न होने की स्थिति में कार्यवाही कर ट्रैक्टर ट्रॉली को थाना बारीगढ़ ला रहे थे कि ट्रैक्टर मालिक पटली निवासी वंशीधर पटेल, और सिमरिया निवासी संजय सिंह सहित लगभग आठ नौ असलहाधारी तीन-चार मोटर साइकिलों में आ धमके। जिन्होंने वन कर्मियों हरचरण लिटौरिया, कुबेर सिंह, बीएन खरे, बाबूराम प्रजापति, राजाराम अहिरवार, और सुरक्षा श्रमिकों पर हवाई फायर करते हुए अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली को छुड़ा कर ले गए और जाते जाते आगे भविष्य में बालू भरने से रोकने पर जान से मरने की धमकी देते हुए चले गए। वन विभाग के कर्मचारियों ने बारीगढ़ थाने में घटना की जानकारी देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।

पुलिस के सहयोग से होता है बालू का काला कारोबार

पूरे लवकुशनगर अनुविभाग में रातों रात किये जा रहे बालू परिवहन का कार्य जोरों पर है।  ये बालू बारीगढ़ ,चन्दला ,गौरिहार ,सरबई सहित लवकुशनगर में रातों रात महंगे दामों में जा रही है। बालू के ढेर मुख्य मार्गों में भी खुले आम  पड़े देखे जा सकते है। ये बालू केन, उर्मिल और केल नदियों से रातों रात ट्रैक्टरों और डम्फरों द्वारा ढोई जा रही है। बालू उत्खनन में स्थानीय पुलिस लगातार उनका सहयोग देती है। कुछ समय बालू माफिया ने खुले आम पुलिस अधिकारीयों पर प्रति ट्रैक्टर 8000 रुपये प्रतिमाह के दर से रुपये लेने के आरोप लगाये थे। चंदला से केन नदी की  बालू कि बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। जिसे हिनौता और बंजारी घाट से ,उर्मिल नदी की बालू बगमऊ और देवीखेड़ा घाट से केल नदी की बालू बम्होरी पुरवा घाट से निकाली जा रही है। जिसे रातों रात विभिन्न वाहनों द्वारा असलहाधारियों के साथ चलने वाली जीपों की कवरिंग दे कर बेचा जाता है। लेकिन न ही रात्रि में गस्त लगाने वाली पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों को ये बालू दिखाई ही नहीं देती। कई बार तो प्रशासनिक अधिकारीयों के सामने से ही इन अवैध बालू के वाहन बेख़ौफ़ निकलते देखे गए है।

बालू के खेल में सब शामिल

बालू के खेल में स्थानीय पुलिस सहित हिनौता के पूर्व सरपँच ,पूर्व जनपद सदस्य ,सहित पूर्व विधायक का भतीजा सहित चन्दला नगर परिषद् का एक पार्षद सहित भाजपा से जुड़े एक दर्जन नेता जुड़े है। जो पुलिस और प्रशासन की कड़ी के रूप में काम करते है। ये लोग खुले आम बालू परिवहन  के कारोबार को मोबाईल से चलाते है। ये ग्राहकों से लेकर दलालों तक सम्पर्क में रह कर बालू का कला कारोबार कर रहे है।

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