भोपाल। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के काले धन पर निगरानी के लिए जयपुर जिला निर्वाचन विभाग रिटायर्ड कर्मचारी व स्वयंसेवकों की मदद लेगा। दरअसल, विभाग ने जयपुर शहर सीट के सात विधानसभा क्षेत्रों को धनबल के प्रयोग के हिसाब से संवेदनशील मानकर वहां के 208 मतदान केन्द्र चिह्नित किए हैं, वहीं दूसरी ओर जयपुर ग्रामीण सीट में शामिल झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र को भी इसी श्रेणी में लिया गया है।
झोटवाड़ा में संवेदनशील इलाकों के हिसाब से 20 मतदान केन्द्र विशेष निगरानी में रखे गए हैं, जहां प्रशासन इस बार व्यय पर्यवेक्षकों के अलावा विशेष प्रतिनिधि नियुक्त करेगा। ग्राम पंचायत व वार्ड स्तर पर तैनात ये प्रतिनिधि अधिकारियों को पल-पल की खबर देंगे, साथ ही यह भी बताएंगे कि प्रत्याशियों की ओर से क्षेत्र में क्या किया जा रहा है?
किशनपोल-आदर्श नगर में विशेष निगरानी
लोकसभा चुनाव के दौरान जिले के आठ विधानसभा क्षेत्र जयपुर शहर सीट के दायरे में आएंगे, जिसमें से सात को काले धन के उपयोग के हिसाब से संवेदनशील घोषित किया गया है। इसमें भी किशनपोल-आदर्श नगर विस क्षेत्र सर्वाधिक संवेदनशील हैं। प्रशासन की माने तो यहां चार दर्जन से अधिक इलाकों में मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी जमकर धनबल का उपयोग कर सकते हैं। ऎसे में यहां की कच्ची बस्ती में विशेष निगरानी रखने के लिए "गुप्तचर" तैनात करने की कवायद की जा रही है।