भोपाल। मध्यप्रदेश शासन में दवा माफिया के ऐजेंट के तौर पर काम करने वाले तत्कालीन स्वास्थ्य संचालक योगीराज शर्मा के खिलाफ एफआईआर क बाद अब दिग्विजय सिंह समर्थक कुछ नेतागण उन्हें बचाने में जुट गए हैं।
योगीराज शर्मा का पॉलिटिकल कनेक्शन तो सभी को पता है। लोगों को यह बताने की जरूरत भी नहीं कि किस योग्यता के बल पर योगीराज की किस्मत के सितारे अचानक चम चमाने लग गए थे। हर सुबह योगीराज कुछ ज्यादा पॉवरफुल हो जाया करते थे।
दवा घोटाले का खुलासा होने एवं आयकर विभाग की छापामारी के बाद योगीराज शर्मा अचानक मीडिया की सुर्खियों से गायब हो गए थे। ऐसा भी उन्होंने एक रणनीति के तहत ही किया था। धीरे धीरे वो मीडिया के और फिर सरकार के रिकार्ड से गायब होना चाहते थे। ताकि जो कुछ कमा लिया है उसका उपभोग कर लिया जाए परंतु एफआईआर में नाम आने के बाद शर्माजी फिर चर्चाओं में आ गए हैं।
अब मुर्दे गड़ें हैं तो धीरे धीरे बाहर भी निकलेंगे ना।