भोपाल। छतरपुर पुलिस इन दिनों एक मामले में उलझ गई है। एक नाबालिग युवती से गैंगरेप के मामले में युवती के पिता का कहना है कि अपहरण और गैंगरेप किया गया परंतु पीड़िता का कहना है कि सारी कहानी झूठी है।
छतरपुर के थाना सटई ग्राम अतरार निवासी संतोष अहिरवार ने पुलिस अधीक्षक से पुत्री को बंधक बनाकर दबंगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत करते हुये न्याय की गुहार लगाई है। संतोष ने बताया कि थाना सटई में लड़की द्वारा नामजद बलात्कार करने वाले उक्त लोगों के विरुध्द शिकायत की गई थी लेकिन पुलिस द्वारा केवल मुल्ली यादव के विरुध्द ही मामला दर्ज किया है। घटना में शामिल उक्त दुष्कर्मियों पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
संतोष आधा दर्जन लोगों के साथ अपनी 16 वर्षीय बेटी को लेकर गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। जहां पर एसपी ललित शाक्यवार को बताया कि विगत 16 मार्च को मेरी पुत्री शाम चार बजे शौच करने के लिये बाहर गई थी तभी मुल्ली यादव एवं मंगलदीन यादव ने उसे बुरी नियत से पकड़ कर बंधक बना लिया। पुत्री को मुल्ली यादव के घर में बंधकर बनाकर रात्रि तक रखा गया इसके बाद उसको जंगल ले गये । जहां, रति यादव, जग्गू यादव एवं कैलाश यादव और मुल्ली यादव ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। लोगों ने पुत्री को तीन दिन तक बंधकर बनाकर शारीरिक शोषण करते रहे। 18 को रात्रि करीब 9 बजे उक्त आरोपियों ने पुत्री को छोड़ दिया और कुछ बताने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी। इस पूरे मामले की शिकायत सटई थाने में की गई। लेकिन पुलिस ने उक्त दुष्कर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
लड़की ने बदले बयान
श्री शाक्यवार ने जब लड़की से इस बारे में पूछताछ की तो उसने अपने बयान बदल दिये। उसने बताया कि गांव के कुछ लोगों तथा मेरे परिजनों द्वारा मुल्ली यादव, मंगलदीन यादव, रति यादव, जग्गू यादव एवं कैलाश यादव को बलात्कार के मामले में झूठा फंसाया जा रहा है।