भोपाल। दो दिनों से लुकाछिपी खेल रहे मानसरोवर कॉलेज के वाइस प्रिंसीपल एटलास्ट पुलिस के हाथ आ ही गए। उन्हें अरेस्ट किया गया और तुरंत जमानत पर छोड़ भी दिया गया।
राज्य महिला आयोग में यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वालीं मानसरोवर नर्सिग कॉलेज की छात्राओं के बुधवार को बयान नहीं हो सके। एमपी नगर एसडीएम को कॉलेज में छात्राएं नहीं मिलीं। एसडीएम ने अन्य छात्राओं के बयान लिए। उन्हें बताया गया कि सहमीं पीड़ित छात्राएं कॉलेज नहीं पहुंची। वहीं, हबीबगंज महिला हेल्प लाइन में 14 छात्राओं ने बयान दर्ज कराए। इधर, कोलार पुलिस ने वाइस प्रिंसिपल प्रणीत जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।
मानसरोवर नर्सिग कॉलेज मामले में कलेक्टर द्वारा दिए गए जांच के निर्देश के बाद एमपी नगर एसडीएम माया अवस्थी बयान लेने कॉलेज पहुंचीं। उनके साथ तहसीलदार हुजूर आकाश श्रीवास्तव और नेहा नागर भी थीं। एसडीएम ने बताया कि कॉलेज में शिकायतकर्ता छात्राएं आईं ही नहीं थीं। उन्होंने बताया कि प्राचार्य के बयान लिए हैं। यदि पीड़ित छात्राएं डरी हुईं हैं तो वे कॉलेज की बजाए किसी और जगह उनके बयान ले सकतीं हैं। एसडीएम ने बताया कि पीड़ित छात्राओं के बयान गुरुवार को लिए जाएंगे।
एसपी को भेजी सिफारिश
महिला आयोग की अध्यक्ष उपमा राय का कहना है कि उन्होंने अपनी सिफारिशें एसपी साउथ को भेज दी है और मामले में जल्दी कार्रवाई करने की बात कही है।
मिल रही धमकी
पीड़ित छात्राओं का कहना है कि कलेक्टोरेट में की गई शिकायत में उन्होंने जो फोन नंबर दिए थे, उन नंबरों से धमकी मिल रही है। कहा जा रहा है कि अपनी शिकायत वापस लें नहीं तो उनका बुरा हाल कर दिया जाएगा। छात्राओं कहना है कि यदि किसी के साथ कोई दुर्घटना होती है तो प्रबंधन, प्रिसिंपल और वाइस प्रिसिंपल इसके जिम्मेदार होंगे।
नर्सिग रजिस्ट्रार करेंगी जांच
मानसरोवर नर्सिग कालेज की छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले की जांच मध्यप्रदेश नर्सिग काउंसिल की रजिस्ट्रार अंगूरी सिंह करेगी। संयुक्तसंचालक चिकित्सा शिक्षा ने बुधवार को महिला आयोग में छात्राओं द्वारा की गई शिकायतें नर्सिग रजिस्ट्रार को सौंप दीं। अंगूरी सिंह को जांच एक सप्ताह में पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।