इंदौर। पीएमटी फर्जीवाड़े के चलते मेडिकल कॉलेज में प्रवेश से वंचित रह गए विद्यार्थियों का अनिश्चितकालीन अनशन रविवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। रविवार को पुुलिस और प्रशासन ने अनशन तुड़वाने की पुरजोर कोशिश की, लेकिन विद्यार्थी नहीं माने।
उन्हें अनशन स्थल से जबरदस्ती उठाकर एमवायएच में भर्ती कराया तो वहां भी उन्होंने अनशन जारी रखा। विद्यार्थी चाहते हैं, फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद मेडिकल कॉलेज में रिक्त हुई सीटों पर उन्हें प्रवेश दिया जाए।
अनशन तुड़वाने रविवार सुबह 7.30 बजे संयोगितागंज थाने की पुलिस व एसडीएम समेंद्र जायसवाल एमजीएम मेडिकल कॉलेज पहुंचे और विद्यार्थियों को एमवायएच चलने के लिए कहा। विद्यार्थी नहीं माने तो पुलिस बल बुलाया और अनशनकारी छात्रा पूनम शर्मा व कदमराज को जबरन एम्बुलेंस में बैठाकर एमवाय लाया गया, जहां आईसीयू में भर्ती किया।
पुलिस ने उखाड़े तंबू
विद्यार्थियों को अस्पताल पहुंचाने के बाद एसडीएम ने अनशन स्थल पर लगे तंबू को उखाड़वा दिया। विद्यार्थियों के साथी शुभम का कहना है, अस्पताल जाने से इनकार किया तो हमारे साथ छीनाझपटी की। हमने फोटो खींचने और वीडियो बनाने के लिए मोबाइल निकाले तो हमारे मोबाइल छीन लिए गए।
अस्पताल में अनशन
पूनम व कदम को अस्पताल में भर्ती करने के बाद उनके 15 से भी ज्यादा साथियों ने एमवाय की पांचवीं मंजिल पर ही मोर्चा खोल दिया। यहां आप पार्टी के कार्यकर्ता सहित अन्य कई लोग समर्थन में पहंुचे।
ब्लड प्रेशर, शुगर नॉर्मल
एमवायएच के डॉक्टरों के मुताबिक पूनम व कदमराज का ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल सामान्य है। हालांकि मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के शरीर में कीटोन बॉडी प्लस-3 है, जिसे गंभीर माना जाता है।
समर्थन में कैंडल मार्च
विद्यार्थियों के समर्थन में आप पार्टी के कार्यकर्ता सहित कई युवा संगठनों ने 56 दुकान से एमजीएम मेडिकल कॉलेज तक कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान अनशनकारी विद्यार्थी कृष्णा मौर्य सहित कई विद्यार्थी शामिल हुए।
बेटे जैसी नहीं होने दूंगी इनकी हालत
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पूर्व छात्र नेता सुनील गोयल की पत्नी सुषमा गोयल भी बच्चों का साथ देने एमवाय अस्पताल पहुंचीं। वे बच्चों के लिए टिफिन लेकर आई, लेकिन किसी ने भी खाना नहीं खाया। सुषमा ने कहा, पति इस दुनिया में नहीं हैं। वे बेटे इंद्र को डॉक्टर बनाना चाहते थे। उनका सपना पूरा करने के लिए मैंने कोशिश की, लेकिन 178वीं रैंक होने के बावजूद सीट नहीं मिली। मेरा बेटा डिप्रेशन का शिकार हो गया। अभी वो दिल्ली में रिश्तेदारों के पास है। बेटी भी डॉक्टर बनना चाहती है। वो छोटी है लेेकिन अभी से उसके भविष्य की चिंता सताने लगी है। मेरे बेटे जैसी हालत इन बच्चों की न हो, इसलिए मैं इनकी लड़ाई में साथ हूं।
इसलिए कर रहे आंदोलन
एमपी पीएमटी 2013 में फर्जी विद्यार्थियों को हटाने से रिक्त एमबीबीएस सीट पर वेटिंग लिस्ट कैंडिडेट्स को प्रवेश दिया जाए। प्रदेश सरकार और एमसीआई द्वारा मध्य सत्र में प्रवेश देकर एमबीबीएस की पढ़ाई की योजना सुप्रीम कोर्ट के हमारे मुद्दों में प्रस्तुत की जाए। हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में मप्र सरकार वेटिंग लिस्ट कैंडिडेट्स के प्रवेश में सहयोग करे।
ये कर रहे अनशन
- पूनम शर्मा - जनरल कोटा, 8वीं वेटिंग
- कदम राज - एसटी कोटा, 6ठी वेटिंग
- कृष्णा मौर्य - एससी कोटा, दूसरी वेटिंग
ये छात्र भी विरोध में - रूबी सिंह भास्कर, जाकिर हुसैन, वंदना कुशवाह, रीना कनाडे, सार्थक सिंह तोमर, शैलेंद्र चंदेला, संजय कुमार प्रजापति, मीनल गुप्ता, शुभम चौहान, देवेंद्रसिंह यादव सहित अन्य।