भोपाल। भाजपा में विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के अधिकृत उम्मीदवरों के खिलाफ भितरघात की शिकवाशिका यतों के सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को दो मंत्री, तीन विधायक सहित एक दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन के दरबार में दस्तक दी।
पार्टी ऐसे सभी मामलों की जांच करने के बाद उसे अनुशासन समिति के पास भेजेगी। समिति की तीन दिवसीय बैठक की तारीख घोषित कर दी गई है। 16 दिसंबर से होने वाली बैठक में तीन दर्जन से अधिक शिकायतों पर विचार विमर्श किया जाएगा। इधर, ईवीएम में भाग्य बंद होने के बाद उम्मीदवारों ने प्रदेश कार्यालय में दस्तक देना जारी है।
बुधवार को अंतर सिंह आर्य, करण सिंह वर्मा, कुसुम महदेले, रामेश्वर शर्मा, ढाल सिंह बिसेन, हजारी महाराज खिलचीपुर, ऊषा ठाकुर, शैलेंद्र जैन,देवी सिंह राजपुर, अमर सिंह यादव, केदार काका, जयभान सिंह पवैया, महेंद्र हार्डिया, रूस्तम सिंह सहित कई अन्य उम्मीदवारों ने आज प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन से मुलाकात कर अपनी विधानसभा क्षेत्र का चुनावी फीड बैक दिया है।
इन उम्मीदवारों ने यह भी बताया कि कुछ लोगों ने उनके खिलाफ भितरघात किया है। हालांकि इन सब लोगों ने दावा किया है कि भितरघात के बावजूद चुनाव जीत रहे हैं। इनमें से कई उम्मीदवार आज सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा से भी मुलाकात की।
अनुशासन समिति करेगी फैसला
भितरघात की शिकायतों की जांच के लिए पार्टी की अनुशासन समिति की तीन दिवसीय बैठक 16, 17 और 18 दिसंबर को प्रदेश भाजपा कार्यालय में होगी। इधर प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन पीपुल्स समाचार से कहा कि भितरघात की जितनी
भी शिकायतें मिल रही है पार्टी उसके बारे में पूरी तस्दीक करेगी। जो शिकायतें तथ्यपरक और सही होगी, उसे अनुशासन समिति के पास भेजा जाएगा। इसके बाद संबंधित से जवाब तलब किया जाएगा। इसके बाद भितरघात करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।